तीन दिनों में जिले में पांच कोरोना संक्रमित, लैब टेक्नीशियन भी संक्रमित, सावधानी हैं जरूरी..

दरभंगा। दरभंगा मेडिकल कालेज अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के फ्लू कार्नर में एक लैब टेक्नीशियन कोरोना पॉजिटिव पाए गए। संक्रमित मरीज को सात दिनों के लिए होम आइसोलेशन में भेज दिया गया है। बताया गया कि फ्लू कार्नर में आने-जाने वाले लोगों पर पाबंदी नहीं है। मरीज सीधे इस कार्नर में चले आते है। इस कार्नर के पास एक गार्ड तक का इंतजाम नहीं है। नतीजतन संक्रमण का खतरा गहरा रहा। उधर, कर्मी के संक्रमित होने के बाद डीएमसीएच प्रशासन ने कोविड-19 से सुरक्षा के लिए जारी गाइडलाइन के पालन के सख्त निर्देश दिए है। चिकित्सक और पारा मेडिकल कर्मियों ने किसी के स्वजनों के आने-जाने पर रोकथाम को निर्देश देना शुरू कर दिया है। डीएमसीएच में नए मरीज के मिलने के साथ जिले में अब संक्रमितों की संख्या पांच हो गई है।

इनमें चार संक्रमित शहर के लालबाग स्थित प्रोफेसर कालोनी के एक ही परिवार के हैं। ये सभी मरीज रांची से एक विवाह में शामिल होकर यहां आए थे। इनमें एक व्यक्ति में कोविड-19 के लक्षण होने पर एक निजी जांच घर में जांच कराई गई। इसके बाद परिवार के तीन अन्य सदस्य भी जांच में संक्रमित पाए गए। चिकित्सक की सलाह पर सभी संक्रमित मरीजो होम आइसोलेशन में चले गए हैं।

इन मरीजों की देख-रेख के लिए सीएस की ओर से मेडिकल टीम तैनात की गई है। यह टीम संक्रमित मरीजों के घर पर जाकर लगातार तीन दिनों से उनके स्वास्थ्य की जांच कर रही है। परिवार के तीन सदस्यों में शनिवार को कोविड का कोई लक्षण नहीं पाया गया। मात्र एक मरीज में गले में खरास है। संक्रमित के घर के आसपास आज भी 56 लोगों की रैपिड जांच की गई। सभी की रिपोर्ट निगेटिव पाई गई।

दरभंगा में पिछले तीन दिनों में पांच लोगों के कोरोना पाजिटिव होने के बाद बेनीपुर अनुमंडलीय अस्पताल एवं बहेडा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर इंतजामों को और पुख्ता किया जा रहा है। कोराना की चौथी लहर की आशंका के मद्देनजर अनुमंडलीय अस्पताल में 25 बेडों का आइसोलेशन वार्ड तैयार किया गया है। आक्सीजन प्लांट तैयार है। मरीजों के बेड तक आक्सीजन पहुंचाने की तैयारी पूरी की जा चुकी है।

अस्पताल के प्रभारी उपाधीक्षक डा. जितेंद्र नारायण ने बताया कि चौथी लहर की आशंका को लेकर चिकित्सक व कर्मी पूरी तरह से सतर्क हैं। किसी भी स्थिति से निबटने के लिए दो चिकित्सकों की प्रतिनियुक्ति आइसोलेशन वार्ड में की गई है। अबतक क्षेत्र में एक भी कोरोना लक्षण का मरीज नहीं मिला है।