2 हजार सालों से दुर्लभ शिव-पार्वती की मूर्तियों की सुरक्षा कर रहे थे नाग देवता, महफूज पा छोड़ा लोगों के हवाले

“अपने आराध्य की सुरक्षा करते नाग देवता लगातार यहां देखे गए। खुदाई के वक्त भी वे मौजीद रहे।” ऐसी चर्चा जमुई के देवी स्थान पर तब शुरू हो गई, जब वहां तालाब सुंदरीकरण के कार्य के दौरान हुई खुदाई में 13वीं शताब्दी की अद्भुत शिव पार्वती की मूर्तियां मिली। देखते ही देखते आसपास के कई गांवों के लोग भगवान के दर्शन के लिए पहुंच गए। वहीं, कैमरे में पास मिट्टी से लदे वाहन पर विराजमान नाग देव भी कैद किए गए।

स्थानीय लोगों ने इसे भी आस्था से जोड़कर देखा। कुछ ने बताया कि अक्सर देवी स्थान पर सांप देखे गए। इसके पीछे की गुत्थी अब सुलझी है, जब ये अति प्राचीन मूर्तियां मिली। नाग देवता अपने भगवान की रक्षा कर रहे थे। वहीं, गांव के वृद्ध भी इसे स्वीकार करते हुए बोले कि ये पहली दफा नहीं है कि किसी प्राचीन अवशेष के दौरान सांप मिले हो, आप सभी प्राचीन मंदिरों, खजानों में इनकी पहरेदारी देख सकते हैं। यहां भी कुछ ऐसी ही ईश्वरीय माया रही।

दरअसल, जमुई जिले के सिकन्दरा प्रखंड क्षेत्र के कुमार गांव में मां नेतुला मंदिर स्थित तालाब की सुंदरीकरण को लेकर चल रही खुदाई में भगवान शंकर के दुर्लभ प्राचीन शिवलिंग के अलावा एक देवी की भी दुर्लभ प्रतिमा निकली है। इसकी सूचना पुरातत्व विभाग को दी गई। वहीं विभाग से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि ये मूर्तियां पाल काल की प्रतीत होती हैं। शोध का विषय है।