विजय वर्मा इन दिनों अपनी फिल्म डार्लिंग्स में हम्जा के किरदार से सुर्खियों में बने हुए हैं। हाल ही में एक इंटरव्यू में उन्होंने सक्सेस पर बात करते हुए कहा कि मेरे घर वालों से इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। उनको इस बात का यकीन हो गया है कि ये भूखा नहीं मरेगा। इसके साथ ही उन्होंने अपनी फिल्म डार्लिंग्स पर भी बात की।
खाना ठीक से खा रहा है?
पैरेंट्स पर बात करते हुए विजय कहते हैं, उनको इस चीज ज्यादा मतलब नहीं है। मेरी मां होममेकर हैं, वह ज्यादातर अपने काम में ही व्यस्त रहती हैं। हां अब उनको इस बात का यकीन हो गया है कि मेरा बेटा अब मुंबई में भूख से मरेगा नहीं और अपना जीवन थोड़ा आराम से बिता सकता है। जब भी मां का वीडियो कॉल आता है, वह हमेशा मुझे कहती हैं कि तू पतला हो गया है। उनका दूसरा प्रश्न होता है कि मैं खाना ठीक से खा रहे हो?
मैंने चैलेंज को एक्सेप्ट किया
डार्लिंग्स पर बात करते हुए विजय ने कहा- जब आप पेपर पर पढ़ते हो तो आपको कहानी का अंदाजा हो जाता है। इस पर जब डायरेक्टर की क्या राय है? जब मुझे इस बात का पता तो यह मुझे बहुत ही फैसेनेटिंग लगा। यह रोल बहुत चैलेंजिंग भी था और मैंने उस चैलेंज को एक्सेप्ट किया। जब आपके पास डार्लिंग्स जैसी फ्रेश स्क्रिप्ट हो और इसके साथ आपको शेफाली शाह आलिया भट्ट के साथ काम करने का मौका मिले तो यकीन मानिए आपके पास सोचने के लिए कुछ बचता नहीं हैं।
विजय वर्मा का करियर
विजय ने 2012 में आई चित्तागोंग फिल्म से बॉलीवुड में अपना डेब्यू किया था। इसके अलावा रंगरेज, गैंग ऑफ घोस्ट, पिंक, राग देश, गली बॉय जैसी फिल्म में उनके काम से जाना जाता है। विजय को वेब शो शी और मिर्जापुर में काम कर एक अलग पहचान बनाई है। विजय ने एक्टिंग की पढ़ाई पुणे के फिल्म एंड टेलिविजन इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया से की थी।