बहन की नौकरी लगवाने के लिए प्रोफेसर ने उपराज्यपाल के नाम पर वीसी को किया फोन

देश की राजधानी दिल्ली में एक अजीब मामला सामने आया है, जिसमें एक प्रोफ़ेसर ने एक विश्वविद्यालय के कुलपति को फोन किया.  ख़ुद को उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना बताया और एक महिला की नौकरी लगवाने की सिफ़ारिश कर दी.

द्वारका पुलिस थाने में धारा 419 के तहत एफ़आईआर दर्ज कर ली गई है.30 सितंबर को एक अज्ञात व्यक्ति ने उपराज्यपाल बनकर गुरु गोबिंद सिंह इन्द्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. महेश वर्मा को फ़ोन किया और अंग्रेज़ी विभाग में एक विशेष उम्मीदवार की नियुक्ति के लिए कहा. कुलपति को ये कॉल फ़र्ज़ी लगी तो उन्होंने उपराज्यपाल सचिवालय से इस कॉल के बारे में जानकारी मांगी. पता चला कि उपराज्यपाल सचिवालय से इस प्रकार की कोई कॉल कुलपति को नहीं की गई है.

इस मामले को गंभीरता से लेते हुए इसके बाद उपराज्यपाल सचिवालय ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद 2 अक्टूबर को द्वारका पुलिस थाने में धारा 419 के तहत एफ़आईआर दर्ज कर ली गई है.

उपराज्यपाल के नाम से किए गए फ़र्ज़ी फ़ोन कॉल की जानकारी मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. पुलिस ने जाँच शुरू की तो पता चला कि ये फ़ोन यूके से आया था. इसके आगे पुलिस ने जाँच की तो पता चला कि इसी विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग में सहायक प्रोफ़ेसर रोहित सिंह ने उपराज्यपाल बनकर कुलपति को फ़ोन किया था और अपनी बहन मानवी सिंह की नौकरी लगवाने की सिफ़ारिश की थी.

पुलिस जांच के दौरान मानवी सिंह और उनके पिता राजपाल सिंह ने यह स्वीकारा है कि रोहित ने ही यूके के नंबर से फ़ोन किया था. इस मामले में रोहित सिंह के ख़िलाफ़ लुकआउट नोटिस जारी कर दिया गया है और मामले की जाँच की जा रही है.

यूके की यात्रा पर गए थे रोहित सिंह

तफ़्तीश के दौरान ये बात भी सामने आयी है कि रोहित सिंह 27 सितंबर को यूनाइटेड किंगडम की यात्रा पर गए और इस यात्रा के बारे में उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन को जानकारी नहीं दी. इस संबंध में विश्वविद्यालय की तरफ़ से कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.