रोहतास थाना क्षेत्र का अकबरपुर उस समय रण क्षेत्र में बदल गया; जब सैकड़ों की संख्या में वनवासी जनजाति के लोगों ने वन विभाग के रेंज ऑफिस पर हमला कर दिया. हमले में वन क्षेत्र पदाधिकारी रेंजर हेम चंद्र मिश्रा को मारपीट कर घायल कर दिया और साथ ही कई गाड़ियों के शीशे तोड़ दिए. बता दें कि कैमूर पहाड़ी पर नागा टोली के रहने वाली लकड़ी चुनने वाली एक महिला राजकालो देवी का शव बरामद हुआ था.
मौके की नजाकत को देखते हुए रोहतास के डीएम धर्मेंद्र कुमार और एसपी विनीत भी मौके पर पहुंचे. घायल रेंजर हेमचंद्र मिश्रा को इलाज के लिए डिहरी के अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घायल रेंजर ने बताया कि पुलिसकर्मी एवं डेहरी के एसडीएम के मौजूदगी में उन लोगों की पिटाई हुई है. लेकिन किसी ने उन लोगों को नहीं बचाया. आक्रोशित लोग देर रात तक मृतक महिला के शव के साथ प्रदर्शन करते रहे. इस दौरान पुलिस ने हंगामा कर रहे लोगों पर लाठियां भी चटकाई. इस दौरान कई लोगों के घायल होने की भी सूचना है.
डीएम की शांति की अपील
रोहतास के जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने लोगों को समझाने बुझाने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि पूरे प्रकरण की जांच हो रही है. बता दें कि घटना की सूचना मिलते ही रोहतास के नियम धर्मेंद्र कुमार तथा एसपी विनीत मौके पर पहुंचे तथा लोगों को समझाने बुझाने की कोशिश की. स्थानीय जनप्रतिनिधि भी लगातार प्रशासन की मदद कर रहा है.
जानिए क्या है मामला?
बता दें कि कैमूर पहाड़ी पर रहने वाले जनजातीय लोग जाड़े में जलावन के लिए सूखी लकड़ियां चुनकर ले जाते हैं. इसी क्रम में शुक्रवार को वन विभाग के कुछ कर्मियों की नजर उनपर पड़ गई. वन विभाग के रेंजर हेमचंद्र मिश्रा ने बताया कि वनकर्मियों को देखकर लगभग 10 महिलाएं जो लकड़ी चुन रही थीं, वह भागने लगीं. इसी दौरान एक महिला पहाड़ से नीचे गड्ढे में गिर गईं. संभवत: उसी गड्ढे में गिरने से महिला की मौत हुई होगी. वहीं मृतक महिला के परिजनों का आरोप है कि वन विभाग के कर्मियों के कारण ही महिला की जान गई है. जिसको लेकर काफी आक्रोश है.