सीमा पर वि’स्फोटक और मा’दक प’दार्थों को रोकेंगे ‘रोमियो-कांची’

नेपाल के रास्ते भारत में विस्फोटक व मादक पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए सीमा पर ‘कुकी-कांची ‘व रोमियो-मंक’ की तैनाती की गई है। वाल्मीकिनगर में भारत के प्रवेश द्वार गंडक बराज पर एसएसबी ने प्रशिक्षित जवानों के साथ पूरी तरह से प्रशिक्षित डॉग स्क्वॉयड के चार जवानों को तैनात किया गया है। इनमें कुकी व कांची फीमेल डॉग हैं, ये मादक पदार्थ को सूंघकर पकड़ने में माहिर हैं। वहीं, मेल डॉग रोमियो व मंक विस्फोटक पकड़ने में एक्सपर्ट हैं। दावा है कि बॉर्डर पर तैनात एसएसबी 21वीं बटालियन के डॉग स्क्वॉयड ये चारों जवान एक इशारे पर तस्करों और अपराधियों को पकड़ने में सक्षम हैं। ये खूंखार जवान सिर्फ अधिकारी का ऑर्डर फॉलो करते हैं। इनकी नजर से कोई भी ड्रग्स तस्कर बच कर नहीं जा सकता। मंक और रोमियो बारूदी सुरंग से लेकर किसी भी तरह की विस्फोटक सामग्री की पहचान कर पर नारकोटिक्स व विस्फोटक सामग्रियों सकते हैं। गंडक बराज पर तैनात कंपनी की तस्करी समेत अन्य प्रतिबंधित पदार्थों कमांडर अमित शर्मा ने बताया कि बॉर्डर पर नजर रखने के लिए डॉग स्क्वॉयड की तैनाती की गई है। डॉग स्क्वॉयड के सभी जवान पूरी तरह प्रशिक्षित हैं अपने काम करने में दक्ष हैं।

Cookie-Kanchi will stop smuggling with Romeo-Munk - रोमियो-मंक संग कुकी-कांची रोकेंगे तस्करीपुलिस भी ले सकती है डॉग स्क्वॉयड की मदद:

एसएसबी के कंपनी कमांडर अमित शर्मा की मानें तो स्थानीय पुलिस भी प्रशिक्षित डॉग स्क्वॉयड की मदद ले सकती है। इनकी मदद से हत्या से लेकर चोरी-डकैती आदि मामले का सुराग पुलिस सुलझा सकती है। इससे आपराधिक घटनाओं में कमी आएगी।


गणतंत्र दिवस और मंसार को लेकर बढ़ी सतर्कता 

इंडो-नेपाल की सीमा पर वाल्मीकिनगर में एलसीएस खुलने के बाद से सीमा पर ‘चौकसी बढ़ा दी गयी है। गणतंत्र दिवस को लेकर भी एसएसबी सतर्क है। डॉग स्क्वॉयड के इन जवानों की मदद से किसी भी प्रकार की अनहोनी को होने से रोकने की कोशिश की जा रही है।