ला’पता श’ख्स का कुएं से श’व ब’रामद, पत्नी बोली- पुलिस ने जबरन लिखवाया मेरे पति पा’गल और श’राबी

सहरसा : सहरसा जिले के गांव कोइंदी के बधार में स्थित कुएं से ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने गुरुवार को एक शव बरामद किया। ग्रामीणों ने बताया कि हत्या कर शव को कुएं में फेंका गया है। आंखें भी निकाली गई हैं। सूचना पर पहुंची पुलिस को ग्रामीणों ने शव निकालने से रोक दिया। पांच घंटे तक पुलिस को सफलता नहीं मिली। जब एसडीपीओ पहुंचे और ग्रामीणों को कार्रवाई का आश्वासन दिया, तब ग्रामीणों ने शव को निकालने दिया। मृतक की पहचान ग्राम कोइंदी के निवासी कमलेश सिंह के रूप में की गई है, जो 16 मार्च से लापता था।

यूपी:100 साल पुराने कुएं से निकला 'चमत्कारी' पानी, नहाने को उमड़े लोग - Water In Hundred Years Old Well - Amar Ujala Hindi News Liveजानकारी के मुताबिक, 16 मार्च से कमलेश सिंह लापता थे। लगातार खोजबीन की जा रही, लेकिन कुछ भी पता नहीं चला। चैनपुर थाना में भी स्वजन इसकी सूचना भी दी थी। गुरुवार दोपहर के करीब कुछ ग्रामीणों की नजर कुएं में पड़ी, जिसमें शव नजर आया। लोगों ने तत्काल को सूचना दी, जिसके बाद लोगों के बीच यह चर्चा होने लगी कि यह 16 मार्च से लापता कमलेश सिंह का शव है।

ग्रामीणों को समझाकर निकलवाया शव

सूचना मिलने के एक घंटे बाद चैनपुर प्रभारी थानाध्यक्ष शंभू कुमार सिंह दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और शव निकालने का प्रयास करने लगे, लेकिन ग्रामीणों ने रोक दिया। कहा कि पहले एसपी को बुलाइए। पुलिस ने समझाने की कोशिश की, लेकिन ग्रामीणों ने नहीं माना। करीब शाम 5 बजे भभुआ एसडीपीओ सुनील कुमार सिंह मौके पर पहुंचे। साथ में चैनपुर सीओ पुरेंद्र कुमार सिंह भी थे। एसडीपीओ ने ग्रामीणों को समझाने के बाद शव को कुएं से निकलवाया। शव की शिनाख्त कमलेश सिंह के रूप में की गई।

जबरन लिखवाया- मानसिक स्थिति नहीं थी ठीक

ग्रामीणों ने पुलिस पर आरोप लगाए कि मृतक की पत्नी कुंती देवी पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए गई थीं तो पुलिस ने जबरन उनसे एक आवेदन लिखवाया, जिसमें कई बातें मनगढ़ंत लिखवाईं। आवेदन में लिखवाया, कमलेश की मानसिक स्थिति खराब है और वह हमेशा शराब के नशे में रहता है। तब पीड़िता ने इसका विरोध किया तो तो थाने में उसके साथ अभद्र व्यवहार भी किया गया। इसी नाराजगी को लेकर ग्रामीण वरीय पदाधिकारी को बुलाने की मांग पर अड़े हुए थे।

चैनपुर प्रभारी थानाध्यक्ष शंभू सिंह ने बताया कि गुमशुदगी के मामले में दो दिन पहले पत्नी कुंती ने आवेदन दिया था, जिस पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई थी। पुलिस कमलेश सिंह की तलाश में जुटी हुई थी। साथ ही लापता कमलेश सिंह की पत्नी को भी यह कहा गया था कि वह अपने स्तर से भी खोजबीन जारी रखें। गुरुवार की दोपहर 12:30 बजे के करीब ग्रामीणों के द्वारा सूचना दी गई कि कुएं में शव है। सूचना पर पुलिस पहुंची, लेकिन ग्रामीणों ने शव नहीं निकालने दिया और एसपी को बुलाने की मांग पर अड़ गए। काफी प्रयास के बाद शव को कुएं से शव निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भभुआ सदर अस्पताल भेजा गया है।

 

मृतक ने एक बच्ची को लिया था गोद

मृतक निसंतान है। जब दंपती को काफी समय तक बच्चा नहीं हुआ, तब उन्होंने एक बच्ची को गोद ले लिया। वर्तमान समय में बच्ची सात वर्ष की है। 16 मार्च को कमलेश सिंह घर से भभुआ कोर्ट में तारीख देखने के नाम पर निकले थे, जहां से वापस हाटा पहुंचे। बाजार में कुछ खरीदारी करने के बाद ग्राम डुमरिया पहुंचे। जहां प्यारे बिंद के यहां बाइक खड़ी की और उसके बाद से ही लापता थे।