चरण और सर्वांग दर्शन देंगे बांके बिहारी, चढ़ेगा 71 किलो चंदन, जानिए कब खुलेंगे कपाट

मथुरा: देश भर में अक्षय तृतीया के पर्व बड़े ही हर्ष के साथ मनाया जाता है। वहीं वृंदावन के ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में इस दिन का विशेष महत्व होता है। अक्षय तृतीय पर्व पर 23 अप्रैल को जन जन के आराध्य ठाकुर श्री बांके बिहारी महाराज चंदनी रंग की पीतांबरी पोषाक व स्वर्ण-रजत बेशकीमती शृंगार धारण कर भक्तजनों को चरण दर्शन प्रदान करेंगे। वहीं सायंकालीन बेला में सर्वांग दर्शन देंगे।

Thakur Banke Bihari Lord Temple Vrindavan mathura made business partner handed over check of 2 crore Delhi businessman - भगवान ठाकुर बांकेे बिहारी जी को बनाया बिजनेस पार्टनर, सौंपा 2.30 करोड़ का ...बांके बिहारी मंदिर के सेवायत ठाकुरजी को गर्मी से बचाव के लिए चंदन को गुलाब जल, इत्र आदि में मिश्रण कर ठाकुरजी के श्रीअंग पर लेपन करेंगे। अक्षय तृतीया पर्व को लेकर बांके बिहारी मंदिर में चंदन की घिसाई की जा रही है। मंदिर सेवायतों के अनुसार ठाकुर बांके बिहारी को 71 किलो चंदन अर्पित किया जाना है। मंदिर के सेवायत श्रीनाथ गोस्वामी ने बताया कि इस दिन ठाकुर बांकेबिहारी का अलौकिक शृंगार किया जाता है।
भगवान बांके बिहारी के पूरे शरीर पर चंदन का लेपन किया जाता है, तो उनको धोती, सोने से बने आभूषण, हीरे जवाहरात से बने कान के कुंडल, मोर पंख लगा मुकुट धारण कराया जाता है। भोग में शीतल पदार्थ अर्पित किए जाएगे। वहीं प्रसाद में सत्तू के लड्डू, केसरिया छैना की खीर, खरबूज, ककड़ी, शर्बत के अलावा बादाम, काजू, पिस्ता, केशर, पोस्त, गुलकंद, कालीमिर्च और दूध से बनी स्पेशल ठंडाई अर्पित की जाएगी।

सोने-चांदी की पाजेब पहनेंगे ठाकुर बांके बिहारी

अक्षय तृतीया पर ठाकुर बांके बिहारी महाराज को पायजेब दान की जाती हैं। मंदिर के सेवायत छोटू गोस्वामी ने बताया कि विवाह योग्य युवती भगवान बांकेबिहारी को पायजेब अर्पित करती हैं, तो उनको मनचाहा वर प्राप्त होता है। इसके अलावा बांके बिहारी दो प्राण एक देह के रूप में दर्शन देते हैं। अक्षय तृतीया के दिन उनके चरण दर्शन होते हैं। इसलिए भक्त पायजेब उनके चरणों में अर्पित करते हैं।

ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर के 23 अप्रैल को अक्षय तृतीया पर सुबह लगभग 7:45 बजे ठाकुरजी के पट खुलेंगे और भक्तों को अपने आराध्य के विशेष दर्शन करने का पुण्य लाभ मिलेगा। वहीं शाम को लगभग 5:30 बजे दर्शन खुलेंगे। अक्षय तृतीया पर शाम को ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में फूल बंगले नहीं सजेंगे।