मुजफ्फरपुर : गुरूवार को भारती शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय के वंदना सभागार में वार्षिक कार्यशाला की शुरुआत पूजा अर्चना के साथ हुआ । उसके बाद मुख्य अतिथि लोक शिक्षा समिति के प्रदेश सचिव श्री मुकेश नंदन जी का स्वागत किया गया और उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शुरुआत और संघ में विद्या भारती का शिक्षा के क्षेत्र में अमूल्य योगदान है।
उन्होंने कहा कि डॉक्टर हेडगेवार जी ने 1925 में संघ की स्थापना की और आजादी के बाद गोरखपुर में 1952 में विद्या भारती की शुरुआत की, जो राष्ट्रीय शिक्षा प्रणाली को बल देने वाली थी । जिसमें सर्वांगीण विकास की बात है ताकि वर्तमान की चुनौतियों को सफलतापूर्वक कोई विद्यार्थी निर्वहन कर सके, आज देश और विदेश में विद्या भारती की कई सारी शाखाएं शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यकलापों में संलग्न है।
आज की राष्ट्रीय शिक्षा नीति उसी विद्या भारती के उद्देश्य को पूरा करने वाली बनी है। सही मायने में यह शिक्षा नीति शिक्षा के माध्यम से राष्ट्रीय संस्कार और सभ्यता को एक नया आयाम देने वाली है। विद्या भारती और राष्ट्रीय शिक्षा नीति दोनों का उद्देश्य सर्वागीण विकास है ।
उन्होंने पंचकोशी के विकास की बात की । उसके बाद दूसरे सत्र में महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य श्री राजेश कुमार वर्मा जी के समक्ष आचार्य भारती गठन की गई और सभी विभागों से वृत लिया गया उसके बाद पूरे साल भर की एक रूपरेखा पर विशेष रूप से चर्चा की गई ।
यह वार्षिक कार्यशाला आज 25 मई से 31 मई 2023 तक होने वाली है । जिसमें पूरे साल भर के क्रिया कलाप पर विशेष चर्चा और योजना बनाई जाएगी ,इस कार्यशाला में महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक कार्यकर्ता उपस्थित रहे ।