MUZAFFARPUR डीआईयू-एसआईटी की का’र्रवाई : अंत’रजिला न’शाखु’रानी गि’रोह के सर’गना समेत दो गिर’फ्तार, कई देशों की विदेशी मुद्रायें बरा’मद

MUZAFFARPUR : मुजफ्फरपुर रेलवे जंक्शन पर यात्रियों को न’शा खिला कर लू’टपाट करने वाले अंत’रजिला गि’रोह के एक अप’राधी और उसकी प्रेमिका को गि’रफ्तार करते हुए न’शाखु’रानी गि’रोह के एक बड़े रै’केट का उ’द्भेदन किया गया है. विशेष पुलिस टीम ने इनके पास से लु’टे गए कई सामान और विदेशी मुद्राएँ भी बरा’मद की है.

इस सम्बन्ध में वरीय पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार ने बताया की गत 28 जुलाई को नई दिल्ली से मुजफ्फरपुर स्टेशन से समस्तीपुर जाने के लिए सकरा थाना क्षेत्र के मुसरीघरारी निवासी अजीम अहमद हाशमी न’शाखुरा’नी गि’रोह के शिकार हो गए. स्कार्पियो में बैठाकर उन्हें धोखे से नशी’ला पेय पदार्थ पिला कर उनके पास से ट्राली बैग, मोबाइल फ़ोन, एटीएम कार्ड समेत कई सामान लू’ट लिया और सकरा इलाके में सुनसान स्थान पर उन्हें फेंक कर फ’रार हो गए.

अजीम अहमद हाशमी के 02 अगस्त को होश में आने के बाद उनके भाई अयाज अहमद नज्म द्वारा सकरा थाना में प्राथ’मिकी दर्ज कराइ, जिसके आधार पर एसएसपी के दिशा निर्देश पर पुलिस उपाधीक्षक पूर्वी गौरव पाण्डेय के नेतृत्व में आसूचना इकाई (डीआईयू) के प्रभारी संजीव शेखर झा, पुअनि हरेंद्र प्रसाद, पुअसनि मधुसूदन कुमार, सकरा थानाध्यक्ष राजेश कुमार, पुअनि शिवनाथ सिंह समेत डीआईयू और एसआईटी के सश’स्त्र बल को शामिल कर एक टीम गठित कर मामले की पड़’ताल आरम्भ की गई.

अनुसन्धान के क्रम में यह पता चला की अजीम अहमद हाशमी से लुटे गए एटीएम का पिन उनके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर की सहायता से ओटीपी हासिल कर तत्क्षण ही सुधार कर लिया गया था. उक्त एटीएम कार्ड से चार बार में 10-10 रुपये की निकासी कर नगर थाना क्षेत्र से परती टोला स्थित सत्य साईं ज्वेलर्स नामक दुकान से 40 हज़ार रुपये की आभूषणों की खरीदारी की गई. पी’ड़ित के मोबाइल लोकेशन को सर्वि’लांस टीम लगातार नज़र रख रही थी जिसके आधार पर ट्रे’स करते हुए पुलिस टीम सत्य साईं ज्वेलर्स पहुंच कर सीसीटीवी फुटेज निकलवाया.

फुटेज में एक व्यक्ति के साथ एक महिला दिखी जो अपनी पहचान छु’पाने की नियत से बुर्का लगाए थी, पर आभूषण खरीदारी के दौरान उसका चेहरा कई जगह स्पष्ट दिख गया, साथ ही मोटरसाइकिल का नंबर भी दिख गया जो आभूषण खरीदने के दौरान उपयोग में लाया गया था. सीसीटीवी फुटेज, बाइक का नंबर और मोबाइल सर्वि’लांस के आधार पर न’शाखु’रानी गि’रोह के सर’गना समेत दो को कच्ची पक्की से गिर’फ्तार कर लिया गया. गिर’फ्तार दोनों की पहचान कुढ़नी थाना क्षेत्र के गौसीखान गाँव निवासी मो. जाहिद उर्फ़ समीर और उसकी प्रेमिका समस्तीपुर के पूसा स्टेशन रोड की संगीता देवी के रूप में की गई है.
पुलिस के समक्ष दिए स्वी’कारोक्ति बयान में अपना जु’र्म कबू’लते हुए कई अन्य लू’ट मामलों में अपनी संलिप्तता स्वीकारी है. पुलिस ने उनके पास से लू’टा गया ट्राली बैग, कपडे, तथा अन्य वस्तुए बरा’मद कर ली, साथ ही तलाशी के दौरान अभियुक्त के पास से सऊदी अरब, बांग्लादेश, भूटान एवं नेपाल की विदे’शी मुद्रा’एं भी बरा’मद की गई है, जो संभवतः लू’ट की प्रतीत होती है. पुलिस ने उनके पास से अप’राध के दौरान उपयोग में लाई गई मोटरसाइकिल, वीआईपी नंबर की एक स्कार्पियो, एक बुर्का, अप’राधी द्वारा पहना गया शर्त-पैंट, हेलमेट और दो मोबाइल फ़ोन भी बरामद किया है.
गिर’फ्तार दोनों आ’रोपियों ने अपने आधा दर्जन से अधिक साथियों के नाम पुलिस को बताये है, जिसके आधार पर पुलिस का’र्रवाई में जुटी है और उनकी गिर’फ़्तारी को प्रया’सरत है. पुलिस गिर’फ्तार आरो’पितों का सत्यापन कर उनके आप’राधिक इतिहास खंगाल रही है.

जानकारी के अनुसार यह गिरोह रेलवे स्टेशन पर उतरने वाले एनआरआई (विदेश में रहने वालों) को अपना नि’शाना बनाता था और न’शा खिला कर उसके साथ लू’ट-पाट कर उन्हें सुनसान स्थानों में फेंक देता था. इस कार्य में संगीता सहयोग करती थी, जिससे किसी को श’क न हो सके. वही वीआईपी नंबर के स्कार्पियो के कारण भी लोग प्रभाव में आ जाते थे और किसी को श’क भी नहीं होता था.