बेगूसराय जिले के भेलवारा के रहने वाले कोचिंग शिक्षक अंकित की पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र के इंद्रपुरी रोड नंबर 7 बी स्थित एक किराये के कमरे से ब’रामदगी होने के बाद पुलिस घटना के पीछे की हकीकत जानने में जुटी है। पुलिस की अबतक की जांच कर्ज में कोचिंग बंद होने से शिक्षक के कर्ज में डूबने, बकाया चुकता करने के लिए अपहरण का झू’ठा ना’टक रचने या फिर छह लाख की फि’रौती के लिए अ’पहरण करने के बिंदु पर टिकी है।
शिक्षक की स्कूटी व मोबाइल अबतक ब’रामद नहीं हो सकी है। एसएसपी डॉ. मानवजीत सिंह ढिल्लो का कहना है कि शिक्षक से पूछताछ करने सहित कई अन्य बिंदुओं पर गहनता से जांच जारी है। जां’च पूरी होने के बाद इस पूरे मामले की ह’कीकत जल्द उजागर होगी।
फिरौती के लिए शिक्षक का अ’पहरण होने के बाद पुलिस छा’पेमारी में जुटी थी। शनिवार की रात करीब पौने बारह बजे बंद कमरे के अंदर से शिक्षक ने चिल्लाना शुरू किया। बचाओ, बचाओ की आवाज सुनकर गार्ड व आसपास के लोगों ने इसकी सूचना पाटलिपुत्र थाने की पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची तो कमरे का दरवाजा बाहर से बंद मिला और ताला लटका हुआ था।
रौशनदान से झांककर देखने पर कमरे के अंदर एक युवक मौजूद है, जिसके हाथ र’स्सी से बं’धे हैं। मुं’ह पर टेप भी सा’टा गया था। ताला तो’ड़कर पुलिस कमरे में दाखिल हुई तो पूछताछ के दौरान पता चला कि जिस शिक्षक की फिरौती के लिए शास्त्रीनगर इलाके से अ’पहरण की बात सामने आई है, यह शख्स वही शिक्षक अंकित कुमार है। इसके बाद पुलिस उसे अपने साथ पा’टलिपुत्र थाने ले गई।
पू’छताछ में पी’ड़ित ने पुलिस को बताया कि कमरे में बंद कर दो अपहरणकर्ताओं ने उसके साथ मा’रपीट की और हाथ-मुंह बांध दिया। बाद में जेब से स्कूटी की चाबी और मोबाइल निकाल लिया। अंकित के मोबाइल से शनिवार की सुबह करीब सात बजे उसके पिता अरुण कुमार को छह लाख की फि’रौती के लिए कॉल की गई थी।
पुलिस को जांच में पता चला है कि जिस कमरे में शिक्षक को बंद कर रखा गया था, उस कमरे को एक शख्स द्वारा एक फरवरी को किराये पर लिया गया था। कमरा किराये पर किसने लिया था, पुलिस उस शख्स का भी पता लगाने में जुटी है।