बिहार में एक बार फिर ज’हरीली श’राब ने क’हर ब’रपाया है। होली के दिन शनिवार को भागलपुर में 4 और मधेपुरा में 3 लो’गों की श’राब पीने से सं’दिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। एक शख्स की आंखों की रोशनी भी चली गई। कुछ लोग अभी अस्पताल में भर्ती हैं। बांका में भी जहरीली शराब से 6 लोगों की मौ’त की जानकारी मिली है।भागलपुर के साहेबगंज के मामले में मृ’तक के प’रिजन ज’हरीली शराब पीने से मौ’त की वजह बता रहे हैं, जबकि मधेपुरा के केस में परिजन और पुलिस कुछ भी बोलने से बच रही है। यहां रात में ही तीनों श’व का अंतिम संस्कार भी कर दिया गया। किसी का पो’स्टमॉर्टम नहीं कराया गया।

भागलपुर में मृ’तकों की पहचान विनोद राय, संदीप यादव, नीलेश कुमार, मिथुन कुमार के रूप में की गई है। सभी एक ही गांव के हैं। वहीं, अभिषेक कुमार की जहरीली शराब पीने से आंख की रोशनी चली गई है। मायागंज अस्पताल में इलाज चल रहा है। अभिषेक कुमार का साहेबगंज ससुराल था। वहीं मधेपुरा में मुरलीगंज प्रखंड मुख्यालय से सटे दिग्घी पंचायत के वार्ड 2 निवासी लोजपा प्रखंड अध्यक्ष (चिराग गुट) नीरज निशांत सिंह उर्फ बौआ (40), नागेंद्र सिंह के पुत्र परौकी सिंह (32) और मुरलीगंज नगर पंचायत के वार्ड-9 निवासी संजीव रमानी (25) की मौत हुई है। इसमें परौकी सिंह की मौ’त शुक्रवार को हुई थी।

भागलपुर में मृतक विनोद राय के बेटे चंदन राय के मुताबिक, जहरीली शराब पीने से जान गई है। बोतल लेकर घर आए थे। पीने के बाद तबीयत बिगड़ गई। हालांकि शराब कहां से लाए थे। इसके बारे में जानकारी नहीं है। शराब पीने से ही उसके पिता की मौत हुई है। मृ’तक संदीप यादव की पत्नी पुनम देवी बिलख रही है। रो’ते हुए वह कहती है कि श’राब पीने से ही मौ’त हुई है। इस होली सब कुछ छीन गया। अब किस के भरोसे मैं रहूंगी। गांव में चारों ओर ची’ख-पु’कार म’ची हुई है।

भागलपुर में 4 लोगों की मौत से ग्रा’मीण आ’क्रोशित हैं। साहेबगंज चौक पर जाम कर प्रदर्शन कर रहे हैं। श्याम चौधरी नाम के शख्स के घर पर प्रदर्शन हो रहा है। बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स यहां तैनात है। कुछ लोगों का कहना है कि श्याम चौधरी ही श’राब की तस्करी करता है। हो सकता है यहीं से लोगों ने श’राब खरीदी हो। वहीं, डीएसपी प्रकाश कुमार ने बताया कि अभी तक 3 की मौत की पुष्टि हुई है। हालांकि, मौ’त कैसे हुई है। इस बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं मिली है।

मधेपुरा में परिजनों द्वारा तीनों के शव का आनन-फानन में अंतिम संस्कार कर दिया गया। उनमें से किसी का भी पो’स्टमॉर्टम नहीं कराया गया। आसपास के ग्रामीण और मुरलीगंज पीएचसी और जेएनकेटी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कुछ मरीजों ने बयान दिया कि उन लोगों ने होली के दौ’रान श’राब पी थी। इसके बाद से ही उन लोगों की त’बीयत ख’राब होने लगी। हालांकि चर्चा है कि मृ’तकों के प’रिजनों को केस-मुकदमे का डर दि’खाकर श’व का पो’स्टमॉर्टम कराने से इनकार करा दिया गया। परिजनों ने पुलिस को लिखकर दे दिया कि उन्हें शव का पो’स्टमॉर्टम नहीं कराना है।

दरअसल, मधेपुरा के मुरलीगंज का वार्ड-नौ और दिग्घी पंचायत सटा हुआ है। इस इलाके में होली के दौरान कई लोगों ने शराब पी रखी थी, उन सभी को इलाके के किसी एक ही धंधेबाज ने शराब बेची थी। जिसे पीने के बाद लोगों को धीरे-धीरे उल्टी, दस्त और मिचली, सीने में दर्द और सांस लेने में दिक्कत होने लगी। इसके बाद लोगों को मुरलीगंज पीएचसी में भर्ती कराया जाने लगा। जहां से प्राथमिक उपचार कर मरीजों को बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर किया जाने लगा। इसी बीच तीन की मौत हो गई। मधेपुरा में शनिवार को जब लोजपा प्रखंड अध्यक्ष और संजीव की मौ’त हुई तो पुलिस भी ह’रकत में आई। इसके बाद रात को कई दर्जन फोर्स के साथ मुरलीगंज थाना क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में रातभर पुलिस ने रे’ड मारी।