फाइलेरिया मरीजों के इलाज के लिए जल्द होगी एमएमडीपी क्लीनिक की शुरुआत

मोतिहारी: जिले में फाइलेरिया रोग पर नियंत्रण एवं फाइलेरिया मरीजों के उपचारात्मक सहयोग के लिए पूर्वी चंपारण के 27 प्रखंडों में पीएचसी स्तर पर एमएमडीपी क्लीनिक खोले जाएंगे। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा पहल करने के साथ ही विभागीय स्तर पर तैयारियां चल रही हैं। डीभीबीडीसीओ डॉ शरत चँद्र शर्मा ने बताया कि क्लीनिक खुलने से जिले के 5600 फाइलेरिया (हाथीपांव) के रोगी एवं 1100 हाइड्रोशिल फाइलेरिया के रोगियों को बेहतर देखभाल का लाभ मिलेगा। साथ ही इस क्लीनिक के खुलने से लोगों को फाइलेरिया बीमारी से सुरक्षित करना आसान होगा। जो फाइलेरिया रोगी सदर अस्पताल तक नहीं आ सकते हैं वे अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों पर उपचार और एमएमडीपी किट जैसी जरूरी सुविधाएं प्राप्त कर सकेंगे। इससे फाइलेरिया के बारे में लोगों को परामर्श और जानकारी भी मिल सकेगी।

मेडिकल ऑफिसरों के साथ बैठक कर की जा रही है समीक्षा

केयर डीपीओ मुकेश कुमार ने बताया कि फाइलेरिया से प्रभावित प्रखंड पताहिं, पकड़ीदयाल व अन्य प्रखंडों के पीएचसी में मेडिकल ऑफिसरों के साथ एमएमडीपी क्लीनिक खोले जाने के बारे में बैठक कर समीक्षा की जा रही है। उन्होंने बताया कि क्लीनिक खुलने के पूर्व विभागीय आदेश के उपरांत चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों का विशेष प्रशिक्षण कराया जाएगा। ताकि वे फाइलेरिया मरीजों के अलग अलग स्टेजों की पहचान कर उनकी इलाज कर सकेंगे। वहीं चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी फाइलेरिया ग्रसित मरीजों के पैर में इन्फेक्शन हो जाने, सूजन या दर्द होने पर उनके निवारण जैसी बातों की जानकारी देने के साथ साथ उनके घाव की साफ सफाई, दवाई या नियमित रूप से एक्सरसाइज के बारे में बताएंगे।

केंद्र पर निःशुल्क एमएमडीपी किट की होगी उपलब्धता

केयर इंडिया के डीपीओ मुकेश कुमार एवं भीडीसीओ सत्यनारायण उराँव ने बताया कि एमएमडीपी क्लीनिक खुल जाने पर फाइलेरिया मरीजों को निःशुल्क एमएमडीपी किट दिए जाएंगे। जिसमें बाल्टी, मग, चप्पल, एंटीबायोटिक क्रीम और साफ़ सफाई के लिए साबुन आदि रहेगा। साथ ही उन्हें स्व-उपचार के साथ-साथ पैर की देखभाल, व्यायाम तथा सही तरह का चप्पल पहनने आदि के बारे में प्रशिक्षित किया जाएगा।

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