बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के 8 कॉलेज के 65 शिक्षक सेवामुक्त, इस कारण से विभाग ने की कार्रवाई

बिहार : बीआरए बिहार विवि के आठ कॉलेजों में लगातार अनुपस्थित रहने वाले 65 शिक्षकों को सेवा मुक्त किया जाएगा। इतना ही नहीं 35 शिक्षकेत्तर कर्मी भी हटाए जाएंगे। इसमें सीतामढ़ी के बैरगनिया स्थित प्रियिा रानी डिग्री कॉलेज के 23 शिक्षक और 17 शिक्षकेतर कर्मियों को बर्खास्त करने के निर्देश दिया। विभाग के निर्देश के बावजूद BRABU के रजिस्ट्रार प्रो. संजय कुमार ने इसका पत्र जारी किया। रजिस्ट्रार ने बताया कि शिक्षा विभाग के निर्देश पर चिह्नित किए गए कॉलेजों के प्राचार्यों को पत्र भेजा गया है। इसमें गायब रहने वाले शिक्षकों पर अनुशासनिक कार्रवाई कर 20 दिनों में उन्हें सेवा मुक्त करने का निर्देश दिया गया है।

brabu bihar university was established on second january mdn | ‍BRABU: दो  जनवरी 1952 को हुई थी बिहार विवि की स्थापना, जानें विवि के बारे में रोचक  बातेंशिक्षा विभाग की ओर से शिक्षकों को सेवा मुक्त करने का पत्र जारी
रजिस्ट्रार ने बताया कि जिन शिक्षकों पर कार्रवाई की अनुशंसा की गई है वह सभी संबद्ध कॉलेज के हैं। इतना ही नहीं इन शिक्षकों को अनुदान की राशि देने पर भी रोक लगा दी गई है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने पिछले दिनों में इसको लेकर संबद्ध कॉलेजों का निरीक्षण किया था। इस दौरान कई शिक्षक अनुपस्थित पाए गए थे। इसके आलावा कॉलेजों में लैब और लाइब्रेरी की भी व्यवस्था ठीक नहीं मिली थी। जांच के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने इन शिक्षकों पर कार्रवाई करने की अनुशंसा की थी। शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षकों को सेवा मुक्त करने का पत्र जारी किए जाने के बाद विवि और संबद्ध कॉलेजों में हड़कंप मचा गया है।

बायोमेट्रिक हाजिरी फिर से शुरू करने का निर्देश दिया है
बता दें कि हाल में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने सभी विवि के शिक्षकों और कर्मचारियों को प्रतिदिनि अपनी उपस्थिति भेजने का निर्देश दिया था। विवि के रजिस्ट्रार ने दो दिन पहले सभी कॉलेजों के प्राचार्यों को पत्र भेजकर बायोमेट्रिक हाजिरी फिर से शुरू करने का निर्देश दिया है। शिक्षा विभाग अभी अनुदानित और संबद्ध कॉलेजों के शिक्षकों की जांच कर रहे हैं। इसके बाद अंगीभूत कॉलेज के शिक्षकों पर भी सख्ती बरती जाएगी। लगातार गायब रहने वाले शिक्षक का प्रमोशन भी रूक सकता है और वेतन में भी कटौती हो सकती है।

Leave a Reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

Discover more from Muzaffarpur News

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading