बिहार में सरकार के शक्ति परीक्षण को लेकर लग रही अटकलों के बीच भी राष्ट्रीय जनता दल एक साथ दो मोर्चों पर अपनी लड़ाई को जारी रखने की कोशिश में जुटा है। अब पार्टी का पूरा ध्यान लोकसभा चुनाव में बीजेपी को शिकस्त देने पर है। लालू की पार्टी सम्राट चौधरी के किले को पूरी तरह से भेदने की तैयारी में जुट गई है। तेजस्वी ने इसके लिए नई रणनीति बना दी है। इसके तहत पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को विरोधियों के खिलाफ जहां हमले जारी रखने की छूट मिल गई है तो दूसरी ओर पार्टी के अन्य नेता-कार्यकर्ताओं के साथ संगठन के अन्य कोषांगों को अब 17 महीने में किए गए कार्यों की जानकारी घर-घर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

इन कामों के बल पर आरजेडी करेगी बीजेपी और नीतीश का मुकाबला
बताया जा रहा है कि तेजस्वी यादव नीतीश कुमार और सम्राट चौधरी की हर चाल को फेल करने में लग गए हैं। अब वह नई रणनीति के तहत काम करने वाले हैं। आरजेडी (RJD) इस बार आर-पार के मूड में दिख रही है।पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पार्टी ने जिन कामों को प्रचार के लिए सूचीबद्ध किया है उनमें चार लाख से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी, 94.35 लाख गरीब परिवारों को 2-2 लाख रुपये दिलाने की पहल करना, 35.42 लाख परिवारों को आवास निर्माण के लिए 1.20 रुपये दिलाना, देश में प्रथम बार जाति आधारित गणना करना।

आरक्षण की सीमा को बढ़ाकर 75 प्रतिशत किया जाना, वर्षों से लंबित मांग, नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देना, स्वास्थ्य सेवा में सुधार किया जाना तथा 1.35 लाख से अधिक पदों पर स्वास्थ्य कर्मियों की बहाली प्रक्रिया को अंतिम चरण तक पहुंचाना शामिल हैं। इनके अलावा शहरों में वाटर ड्रेनेज व्यवस्था के प्रविधान करना, खेलों में मेडल लाओ, नौकरी पाओ योजना लागू किया जाना, विकास मित्र, टोला सेवक, शिक्षा मित्र और तालीमी मरकज का मानदेय बढ़ाना, आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका, और पंचायत प्रतिनिधियों का मानदेय बढ़ाने जैसे कुछ प्रमुख कार्य हैं।
सूत्रों ने बताया प्रचार की योजना को अंतिम रूप दे दिया गया है। विधानसभा में शक्ति परीक्षण के बाद राजद नेता जिलों के लिए कूच करेंगे और 17 महीने में 17 कामों का लेखा-लेखा जनता के बीच रखेंगे।