राजद के बागी विधायक चेतन आनंद को मिला बड़ा तोहफा ! आवास पर पहुंचकर सीएम नीतीश ने दी बधाई, सरकार बनाने का किया दावा

नीतीश कुमार को विधानसभा में बहुमत साबित करने में सबसे बड़े मददगारों में एक रहे राजद के बागी विधायक चेतन आनंद के लिए बुधवार का दिन बेहद खास रहा. जहां एक ओर राजद ने चेतन आनंद की विधानसभा सदस्यता रद्द करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष से मांग कर रखी है, वहीं दूसरी ओर चेतन आनंद को अब सरकारी आवास भी मिल गया है. यानी करीब एक साल पाला बदले होने के बाद भी उनकी विधानसभा सदस्यता तो नहीं गई लेकिन सरकारी आवास जरुर मिल गया.

वहीं चेतन आनंद को मिले सरकारी आवास के गृह प्रवेश के अवसर पर सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी पहुंचे. उन्होंने  चेतन आनंद सहित उनके माता-पिता जदयू सांसद लवली आनंद और पूर्व सांसद आनंद मोहन को बधाई दी. आनंद मोहन दम्पत्ति ने सीएम नीतीश का स्वागत किया.

दरअसल, पिछले वर्ष 28 जनवरी को नीतीश कुमार ने महागठबंधन से नाता तोड़कर एनडीए के समर्थन से बिहार में नई सरकार बना ली थी. इसके बाद फरवरी में विधानसभा में पेश बहुमत परीक्षण के दौरान राजद के टिकट पर शिवहर से विधायक का चुनाव जीते चेतन आनंद सहित कई अन्य राजद विधायकों ने पाला बदलकर नीतीश कुमार का समर्थन किया था. उसके बाद नीतीश की पार्टी जदयू में चेतन आनंद की माँ लवली आनंद शामिल हो गई. उन्हें लोकसभा में जदयू ने शिवहर से उम्मीदवार बनाया और वे जितने में सफल रही.

सरकार बनाने का किया दावा

चेतन आनंद को नए सरकारी आवास मिलने के बाद बुधवार को उन्होंने दावा किया कि एक बार फिर से बिहार में एनडीए की सरकार बनेगी. विधानसभा चुनाव में एनडीए को बहुमत आएगा.

सदस्यता रद्द करने की मांग 

पिछले दिनों ही राजद ने चेतन आनंद सहित अन्य बागी विधायकों की सदस्यता रद्द करने को लेकर विधानसभा अध्यक्ष को एक पत्र सौपा था. लालू यादव की पार्टी ने कहा कि एक साल होने को आ गए हैं लेकिन अभी तक दल-बदल कानून के तहत चेतन सहित अन्य बागी विधायकों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है. इनकी सदस्यता जल्द से जल्द रद्द की जानी चाहिए. हालाँकि सदस्यता रद्द करने पर अभी तक कोई फैसला नहीं आया है. वहीं अब चेतन को नया सरकारी आवास भी मिल गया है.

Leave a Reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

Discover more from Muzaffarpur News

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading