बिहार : पीएम नरेन्द्र मोदी ने दी छात्रों के साथ अभिभावकों को अच्छी खबर, बिम्सटेक छात्रवृत्ति का बढ़ेगा दायरा

नालंदा : बिम्सटेक छात्रवृत्ति का दायरा बढ़ेगा। बीते 30 मार्च को पांचवें बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में पीएम नरेन्द्र मोदी ने इसके संकेत दिए हैं। उन्होंने इस योजना के विस्तार के लिए नालंदा विश्वविद्यालय के प्रस्ताव पर काम करने की बात सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही। मोदी ने कहा कि विवि का यह एक अच्छा सुझाव है। इसपर काम हो रहा है।

नालंदा विश्वविद्यालय में अभी बांग्लादेश, भूटान, भारत, नेपाल, श्रीलंका, म्यांमार तथा थाईलैंड सहित दो दक्षिण पूर्व एशिया देश समेत 30 देश के बच्चें इस योजना से पढ़ाई कर रहे हैं। छात्रवृत्ति का दायरा बढ़ने पर एशियाई देशों के अलावा अन्य देश के बच्चों को भी इसका लाभ मिलेगा।

इस योजना के तहत पढ़ने वाले बच्चों की संख्या भी बढ़ेगी। अभिभावकों पर बच्चों की पढ़ाई के लिए खर्चों का बोझ कम होगा। नालंदा पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन के भाग लेने वाले देशों की ओर से समर्थित एक स्नातकोत्तर, शोध-गहन, अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय है।

नालंदा एक ऐसे विश्वविद्यालय के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है, जिसने पूरे एशिया समेत अन्य देशों के छात्रों व विद्वानों को अपनी ओर आकर्षित किया है। अपनी खोई हुई विरासत को पुन: प्राप्त करने की ओर अग्रसर है। यहां अभी 31 देशों के बच्चे पढ़ रहे हैं। बिम्सटेक छात्रवृत्ति से भी 20 से अधिक बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं।

इस छात्रवृत्ति योजना में बच्चों का एकमुश्त प्रवेश शुल्क, शिक्षण शुल्क, छात्रावास व आकस्मिक भत्ते मिलते हैं। छात्रों के अन्य खर्चों को भी इसमें समाहित किया जाता है। नालंदा विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो.सुनैना सिंह ने विश्वविद्यालय की ओर से प्रस्तावित बिम्सटेक छात्रवृत्ति कार्यक्रम के दायरे को और विस्तार करने और समुद्री विज्ञान में संयुक्त अनुसंधान में सहयोग के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया है।

कहा कि सम्मेलन में शामिल देश बंगाल की खाड़ी और निकटवर्ती क्षेत्रों में पारस्परिक तकनीकी और आर्थिक सहयोग व एकता का क्षेत्रीय निर्माण करते हैं। विवि के आफिशियल ट्विटर हैंडल से सम्मेलन की तस्वीरें भी साझा की गई हैं।

अंतरराष्ट्रीय छात्र इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। विश्वविद्यालय द्वारा प्रस्तावित किसी भी मास्टर या डाक्टरेट डिग्री विषय में पढ़ाई कर सकते। मास्टर प्रोग्राम के लिए छात्र के पास कम से कम 2.2 या उससे ऊपर के ग्रेड प्वाइंट एवरेज (जीपीए) के साथ चार प्वाइंट स्केल या समकक्ष के साथ न्यूनतम 15 साल के पूर्व अध्ययन के साथ स्नातक की डिग्री होनी चाहिए। डाक्टरेट कार्यक्रम के लिए कम से कम 65 प्रतिशत अंकों के साथ मास्टर डिग्री या समकक्ष ग्रेड प्वाइंट एवरेज (जीपीए) होना चाहिए।

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