सिवान। गरीब और बेघर लोगों को आवास उपलब्ध कराने वाली प्रधानमंत्री आवास योजना किस कदर भ्र’ष्टाचार का शिकार है, इसका प’र्दाफाश एक वायरल आडियो से हो गया है। इस आडियो में एक आवास पाने के लिए कम से कम 20 हजार रुपए कमीशन देने की बात सामने आ रही है।
यह वायरल आडियो सिवान जिले के गुठनी में पदस्थापित एक आवास सहायक का बताया जा रहा है। इसमें बीडीओ से लेकर वार्ड सदस्य तक का रेट बताया गया है।
बताया जा रहा है कि इस मामले में बीडीओ ने संबंधित आवास सहायक से स्पष्टीकरण मांगने की बात कही है। गुठनी थाना क्षेत्र के बलुआ पंचायत के आवास सहायक रविशंकर कुमार का एक आडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है।
इसमें प्रधानमंत्री आवास योजना में प्रमुख, बीडीओ, जेई, मुखिया समेत सभी अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों की निर्धारित कमीशन का जिक्र किया गया है। वायरल आडियो में स्पष्ट बताया जा रहा है कि मुखिया को पांच हजार, सरपंच को दो हजार, वार्ड सदस्य को पांच हजार, बीडीओ को छह हजार,प्रमुख को दो हजार देना पड़ता है।
जब इस मामले में बीडीओ आनंद प्रकाश से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि आवास सहायक से स्पष्टीकरण की मांग गई है। वहीं आवास सहायक रविशंकर कुमार ने इस मामले में कुछ भी बताने से इन्कार कर दिया। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री आवास योजना की सूची अब पूरी तरह आनलाइन रहती है।
पारदर्शिता के लिए इसमें कई उपाय किए गए हैं। इसके बावजूद योजना के लाभुकों से कमीशन मांगने की शिकायतें सामने आती ही रहती हैं। गरीब और कम पढ़े-लिखे लोग सरकारी कर्मियों की धौंस से डरकर कई बार पैसे दे देते हैं।
