जब भी कहीं भोजपुरी गीतों का जिक्र होता है तो शारदा सिन्हा का नाम जरूर आता है। बिहार कोकिला के नाम से प्रसिद्ध शारदा सिन्हा ने मैथिली, भोजपुरी, मगही सहित आधा दर्जन से अधिक भाषाओं में पारंपरिक लोकगीतों को आवाज देकर उसे देश में ही नहीं, विदेशों में भी लोकप्रिय बनाया है।
लोक आस्था के महापर्व छठ के पारंपरिक गीत हो या विवाह के मौके पर गाये जाने वाले संस्कार गीत इस विधा में शारदा सिन्हा का कोई जवाब नहीं। थावे महोत्सव में शामिल होने के लिए शारदा सिन्हा रविवार को गोपालगंज पहुंची हैं।
शारदा सिन्हा ने कहा कि उन्होंने गांव में रह कर गीत-संगीत सीखा और सखियों-सहेलियों के बीच रह कर शास्त्रीय संगीत सीखा। नवरात्रि के मौके पर शारदा सिन्हा ने मां जगदम्बा की वंदना करते हुए मां दुर्गा के लिए गीत गाया। इस दौरान उन्होंने मशहूर हिंदी फिल्म मैंने प्यार किया का चर्चित गाना कहे तोहसे सजना… को भी गाया। इसके अलावा, उन्होंने छठ गीत को भी गाया। उन्होंने नये कलाकार जो लोकगीत गा रहे हैं उन्हें हर समय मदद करने की बात कही।
रविवार को गोपालगंज में थावे महोत्सव का रंगारंग आगाज हुआ है। बिहार की उपमुख्यमंत्री रेणू देवी ने इसका शुभारंभ किया है। दो दिन तक चलने वाले इस महोत्सव में देश के कई जाने-माने कलाकारों के अलावा स्थानीय कलाकार भी अपनी प्रस्तुति देंगे। थावे महोत्सव का मुख्य आकर्षण प्रसिद्ध लोकगायिका शारदा सिन्हा और फेमस सिंगर उदित नारायण हैंं। महोत्सव के पहले दिन रविवार की रात आठ बजे शारदा सिन्हा मंच पर अपनी प्रस्तुति देंगी। 
