दहेज न मिलने के कारण एक विवाहिता को ससुराल वालों ने घर से बाहर निकाल दिया। विवाहिता द्वारा महिला थाने में इसकी शि’कायत कर कार्रवाई की मांग की गई है। दरअसल, विवाहिता का पति जब रेलवे के ग्रुप-डी की नौकरी कर रहा था तो उसकी शादी हुई। लेकिन जब प्रमोशन हो गया तो दहेज में स्वीफ्ट कार की मांग की जाने लगी। पत्नी ने जब रुपए देने में असमर्थता जताई तो उसे ससुराल से निकाल दिया गया। इसके बाद विवाहिता द्वारा पति सास, ससुर, देवर और ननद पर दहेज और मारपीट की FIR दर्ज कराई गई है।

मामला जिले के ब्रह्मपुर प्रखंड के कांट गांव का है। विवाहिता खुशबू कुमारी द्वारा दर्ज FIR में कहा गया है कि काट गांव निवासी भरत प्रसाद के पुत्र रणजीत जो उस वक्त रेलवे ग्रुप-D नौकरी करता था, 2019 में धूमधाम से शादी हुई। शादी के वक्त खुशबू के पिता ने 10 लाख रुपए नगद और 6 लाख रुपए के अन्य उपहार दिए थे।कुछ दिन बाद उनके पति की पदोन्नति हो गई है और वह ग्रुप-D की नौकरी से सीधे रेलवे के गुड्स गार्ड बन गए।

खुशबू के मुताबिक, पति की पदोन्नति के बाद ससुराल वालों के व्यवहार में परिवर्तन आ गया। सास हेवन्ती देवी, ससुर रंजीत कुमार, ननद सत्यम कुमारी, देवर संदीपन कुमार उर्फ डब्लू द्वारा प्रताड़ित किया जाने लगा। इसके बाद मायके वालों से स्वीफ्ट डिजायर कार की मांग की जाने लगी।

कार नहीं देने पर 19 दिसंबर 2020 को उनके ससुराल वालों ने उन्हें मारपीट कर घायल कर दिया, जिसके बाद खुशबू ने अपने भाई को बुलाया और उनके साथ इलाज के लिए आरा स्थित अस्पताल में गई। वहां से जब वह अपने ससुराल लौटी तो उसे घर में घुसने नहीं दिया गया और कहा गया कि वह चुपचाप अपने मायके चली जाए। वरना उसकी हत्या कर दी जाएगी। तकरीबन 2 वर्ष के बाद जनवरी 2022 में एक बार फिर वह अपने पिता ओरा अन्य गणमान्य लोगों के साथ अपने ससुराल पहुंची लेकिन फिर से घर में घुसने नहीं दिया गया।

