नवादा में एक खदान धंसने से 18 साल की लड़की मौत हो गई। माफिया ने शव को भी मौके से हटा दिया है। हादसे में 6 लोग अब भी दबे हुए हैं। जिनके लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। मामला रजौली थाना क्षेत्र की हरदिया पंचायत की है। यहां भानेखाप अभ्रक माइंस में मंगलवार की सुबह चाल धंसने से एक नाबालिग की मौत हो गई। वहीं लगभग आधा दर्जन लोग खदान के अंदर दब गए। हादसे की सूचना मिलते ही अभ्रक माफियाओं ने शव को आनन-फानन में माइंस से निकालकर गायब कर दिया। बताया जा रहा है कि सभी घायलों को निकाल लिया गया है और झारखंड के कोडरमा में गुप्त स्थान पर भर्ती कराया गया है।

सूचना मिलने के बाद रजौली थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर दरबारी चौधरी, विधि व्यवस्था के अपर थानाध्यक्ष कमलेश कुमार, एसआई अरुण पासवान, एएसआई उपेंद्र प्रसाद सिंह व एसटीएफ जवानों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे थे। वन विभाग के रजौली पूर्वी के फॉरेस्टर राजकुमार पासवान ने बताया कि माइंस में अवैध तरीके से चोरी-छिपे खनन कराया जा रहा था।

घटना अहले सुबह लगभग 4 बजे के आसपास की बताई जाती है। मृतक नाबालिग की पहचान भानेखाप सुअरलेटी गांव के हीरा भुइयां की 15 साल की बेटी चिंता कुमारी के रूप में हुई है। घायलों में सुअरलेटी गांव के ही अनिल भुइयां व चरक भुइयां शामिल हैं।

जानकारी के अनुसार अभ्रक माइंस में वर्षों से अवैध खनन कराया जा रहा है। पहले यहां कोडरमा के बस्ती का निवासी संजय यादव अवैध खनन कराता था। लेकिन शराब के केस में गिरफ्तारी के बाद इस माइंस पर स्थानीय लखन पंडित का कब्जा हो गया। इस समय लखन पंडित और उसके लोग ही खनन करा रहे हैं।

इसी इलाके में 10 अप्रैल को खदान में विस्फोट होने के दौरान एक मजदूर का पैर-हाथ पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था। उसे झारखंड के कोडरमा के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से बेहतर इलाज के लिए रांची के रिम्स भेजा गया था। इस मामले पर रजौली थाना से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन संपर्क नहीं हो सका है।
