मुजफ्फरपुर। मुजफ्फरपुर को भले ही स्मार्ट सिटी का दर्जा मिल गया है, लेकिन शहर जगह-जगह जलजमाव, नालों व सड़कों की जर्जर हालत से लोग परेशान है। शहर की इस दुर्दशा के लिए कौन जिम्मेदार है और इसे कैसे बदला जा सकता है, मुजफ्फरपुर टाक शो में नगर नगर निगम के पूर्व, वर्तमान एवं भावी जनप्रतिनिधियों ने इसपर राय रखी।

शो में शहर की दुर्दशा के लिए एक-दूसरे पर ठीकरा फोड़ा। माड़ीपुर रोड स्थित एक विवाह भवन के समारोह में आक्सीजन बाबा द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का उद्घाटन पूर्व सांसद अरुण कुमार ने कहा कि शहर दुर्दशा का शिकार है लेकिन कोई आंदोलन के लिए खड़ा नहीं हुआ।

कारण हम प्रतिकार की क्षमता खो चुके है। राजद नेत्री रितु जायसवाल ने कहा कि जिस दिन हम अपने चरित्र को जीना सीख जाएंगे कोई समस्या नहीं रह जाएगी। जिला भाजपा अध्यक्ष रंजन कुमार ने कहा कि शहर की दुर्दशा के लिए शहर की जनता दोषी है। वोट देते समय हम उम्मीदवार की योग्यता नहीं जाति देखते है।
महापौर ई. राकेश कुमार ने कहा कि उनको काम करने के लिए सिर्फ छह माह मिला उसमें वह क्या कर सकते। उपमहापौर मानमर्दन शुक्ला ने कहा कि सूबे के मुखिया एवं उप मुखिया शहर आते हैं तो महापौर एवं उपमहापौर की अनदेखी करते हैं।

पूर्व महापौर सुरेश कुमार ने कहा कि उन्होंने विकास को कई फैसले लिए, लेकिन अधिकारियों ने साथ नहीं दिया। पूर्व उपमहापौर विवेक कुमार ने कहा कि अभी सरकार योजना बना रही है, राशि भी दे रही है। लेकिन उनके कार्यकाल में कोई राशि नहीं मिला। वार्ड पार्षद संजय कुमार केजरीवाल ने कहा कि विकास के लिए सांसद एवं विधायक को राशि मिलती है, पार्षदों को नही। ऐसे में पार्षद पांच सौ रूपये का काम भी नहीं करा सकते। पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष ने चंदा देवी ने कहा कि अधिकारियों की मनमानी को छूट नहीं मिलनी चाहिए। कार्यक्रम का विषय प्रवेश साहित्यकार संजय पंकज एवं नेतृत्व अविनाश तिरंगा ने किया। कार्यक्रम के दौरान संगठन द्वारा चुने गए युवा आइकान को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर भाजपा नेता रविंद्र प्रसाद सिंह, भाजपा नेत्री रितु राज, वार्ड पार्षद राजीव कुमार पंकू, डा. एसएन भारद्वाज आदि शामिल रहे।
