मुजफ्फरपुर : प्रभात सिनेमा चौक स्थित साहू पोखर के पास अखंड भारत पुरोहित महासभा की ओर से सामूहिक बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान चाणक्य विद्यापति सोसाइटी की ओर से आगामी 11 मई को पूजा मटकोर व 12 मई को यज्ञोपवित संस्कार की सफलता को लेकर विस्तार से चर्चा की गई।
वहीं इस कार्यक्रम में सनातन समाज के लोगों को अपना यज्ञ समझकर इसमें शामिल होने का आग्रह किया गया। वहीं अपने सनातन संस्कार को आगे बढ़ाने पर जोर दिया गया। महासभा के अध्यक्ष पंडित हरिशंकर पाठक ने कहा कि 16 संस्कार में यज्ञोपवित संस्कार दसवां संस्कार है। इस संस्कार में जनेऊ के तीन सूत्र होते है। तीन सूत्र तीन देवता के प्रतीक है।
यानि ब्रह्मा, विष्णु व महेश यह संस्कार करने से बल, ऊर्जा, तेज, आयु, आरोग्य की प्राप्ति होती है और आध्यात्मिक भाव जागृत होती है। यज्ञोपवित संस्कार के बिना कोई भी यज्ञ, अनुष्ठान, जप-तप पूर्ण नहीं माना जाता है।
वहीं महासभा के सचिव आचार्य संजय तिवारी ने बताया कि यह हमारे समाज के लिए बड़े हर्ष की बात है। नौ वर्षो में चाणक्य विद्यापति सोसाइटी ने हजारों हजार बरूओं का यज्ञोपवित संस्कार कराया है। हालांकि, बीच में कोरोना काल को लेकर 2 वर्षों से यह संस्कार नहीं हो पाया जो कि इस बार यज्ञोपवित संस्कार किया जा रहा है।
इस मौके पर पुजारी विश्वनाथ झा, पुजारी नवीन ठाकुर, पुजारी हरिकांत पांडेय, शशिकांत पांडेय, आचार्य ब्रजेश तिवारी, मीडिया प्रभारी पंडित प्रियरंजन, मिश्रा पुजारी, अरुण पांडेय, आचार्य अमित तिवारी सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।
