मधुबनी : एक माह बाद जिस घर में शहनाई गूंजने वाली थी, वह घर आज चित्कार से गूंज रहा है। किराना व्यवसायी श्रवण कापड़ी की हत्या ने परिवार के लोगों को झकझोर कर रख दिया है।

पांच साल पहले भी यह परिवार ऐसी ही त्रासदी को झेल चुका है जब अपराधियों ने मृतक के दादा रामविलास कापड़ी की घर में घुस कर हत्या कर दी थी। उस सदमे से परिवार अब तक उबरा भी नहीं था कि एक बार फिर परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। मृतक श्रवण कापड़ी के स्वजन रो-रोकर बेहाल हैं।

जयनगर बस्ती पंचायत निवासी योगेंद्र कापड़ी के 35 वर्षीय पुत्र किराना व्यवसायी श्रवण कापड़ी की हत्या ने पूरे परिवार को झकझोर कर रख दिया है। पलक झपकते ही शादी की तैयारी मातम में बदल गई। मृत किराना व्यवसायी की बड़ी बेटी 22 वर्षीय काजल कुमारी की अगले माह नौ जून को शादी होने वाली थी। छेका हो चुका था। घर में शादी की तैयारी चल रही थी।

पर नियति को कुछ और ही मंजूर था। मृत व्यवसायी की चार संतानें हैं। बड़ी बेटी काजल के अलावा 20 वर्ष का बेटा प्रिंंस कुमार, 18 वर्ष की बैटी अनामिका कुमारी और सबसे छोटा 15 वर्ष का बेटे रुद्र कुमार को अभी भी यकीन नहीं हो रहा कि उनके पिता अब कभी वापस नहीं लौटेंगे।

चारों बच्चों संग पत्नी लक्ष्मी देवी इस घटना से बदहवाश हैं। घटना के बाद गुरुवार की सुबह से ही मृतक के घर पर लोगों के पहुंचने का तांता लगा हुआ है। स्वजन के चित्कार सुन लोगों की आंखे नम हो रही हैं। पांच सालों में परिवार के दो सदस्यों की हत्या की घटना से लोगों में पुलिस-प्रशासन के विरूद्ध काफी आक्रोश देखा जा रहा है।