स्वच्छता रैंकिंग में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यालय होंगे सम्मानित, डीईओ के स्तर से टीम गठित

पटना : राष्ट्रीय स्वच्छता विद्यालय पुरस्कार के लिए पहली बार बिहार से तकरीबन 33 हजार स्कूलों ने आवेदन किया है। इनके आवेदनों की जांच और स्क्रूटनी 25 मई तक होगी। स्कूलों के आवेदन के आलोक में मूल्यांकन होगा और इसके आधार पर चयन टीम पुरस्कार के लिए अनुशंसा भेजेगी। इस पुरस्कार में स्व मूल्यांकन में चयनित तीन स्टार और पांच स्टार वाले विद्यालय ही शामिल किए जायेंगे। जिन स्कूलों ने खुद को तीन स्टार से पांच स्टार तक दिया है, वही स्कूल इसमें शामिल होंगे।

शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि आवेदन करने वाले स्कूलों का मूल्यांकन जिला स्तर कराने का निर्देश दिया गया है। इसके लिए संबंधित जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा टीम बनायी गई है। टीम द्वारा स्कूलों की जांच होगी। कुल सौ अंक पर मूल्यांकन किया जाएगा।

मूल्यांकन के लिए 20 स्कूलों पर एक इवैल्यूएटर रहेंगे। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा राज्य भर के लिए 1636 इवैल्यूएटर नियुक्त किए गए हैं। इवैल्यूएटर के तौर पर बीआरसी, शिक्षक आदि को बनाया गया है। जांच में सही पाये जाने पर जिला स्तर पर स्कूलों का चयन होगा।

जिला स्तर पर चयनित स्कूलों को फिर राज्यस्तर पर चयन किया जाएगा। राज्य स्तर पर चयनित स्कूल का नाम राष्ट्रीयय स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार के लिए भेजा जाएगा। यहां बता दें कि  स्कूलों को अपने स्तर पर स्व मूल्यांकन करने के बाद आवेदन करना था। स्कूलों द्वारा खुद ही रेटिंग भी देनी थी। जिला स्तर पर स्कूलों का मूल्यांकन 69 बिंदुओं पर किया जाएगा। सभी मानकों पर अलग-अलग अंक तय किए गए थे।

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