मुजफ्फरपुर। जिले में सातवें चरण में होने वाले शिक्षक नियोजन को लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है। विभाग की ओर से पहली से आठवीं कक्षा तक रिक्त पदों की गणना का जिम्मा सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों (बीईओ) को सौंपा गया है।
सात दिनों का समय देते हुए उन्हें कहा गया है कि अप्रैल 2019 से मार्च 2022 तक सेवानिवृत, पदत्याग और मृत हुए शिक्षकों के बाद रिक्त पदों की सूची तैयार कर जिला नियोजन कोषांग को एक सप्ताह के भीतर उपलब्ध कराएं।
छठे चरण में जिन नियोजन इकाइयों में कम अभ्यर्थियों के शामिल होने के कारण पद रिक्त रह गए थे उन्हें भी सातवें चरण में जोड़ा जाना है। शिक्षा विभाग की ओर से जिला शिक्षा पदाधिकारी अब्दुस सलाम अंसारी की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह आदेश दिया गया है।
बैठक में कहा गया कि छठे चरण में विभिन्न चरणों में चयनित शिक्षकों में से अब तक 90 प्रतिशत के प्रमाणपत्रों की जांच नहीं हो सकी है। जबतक प्रमाणपत्र जांच की प्रक्रिया पूरी नहीं होती तबतक उनका वेतन भुगतान नहीं किया जा सकता।
जिला शिक्षा पदाधिकारी व जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना ने इसको लेकर संबंधित टीम को इस कार्य को शीघ्र पूरा करने का निर्देश दिया गया।
