काम की तलाश में गुजरात जा रहे बिहार के एक मजदूर की मध्यप्रदेश में रहस्यमय तरीके से मौत हो गई। मृतक पूर्वी चंपारण जिले का रहने वाला था। जिले के मधुबन थाने के नौरंगिया डीह ग्राम निवासी बहादुर मांझी (42) के तौर पर उसकी पहचान हुई है। बहादुर मांझी का का शव मध्य प्रदेश के रतलाम स्टेशन के बगल में सोमवार को मिला है।

बहादुर मांझी मजदूरी कर वह अपने परिवार का भरण-पोषण करता था। वह अपने गांव के 4 लोगों के साथ कमाने के लिए गुजरात जा रहा था। अन्य लोग ट्रेन की बोगी में सो गए। वह मध्य प्रदेश के आलोट थाना के रतलाम स्टेशन पर कैसे उतरा इसकी जानकारी किसी को नहीं है। उसके साथ जा रहे अन्य लोग कोई जानकारी नहीं दे पा रहे हैं।

पासबुक से हुई पहचान
बहादुर से साथी मजदूर गुजरात पहुंच चुके हैं। उनका कहना है कि बहादुर रतलाम स्टेशन पर कैसे व किस परिस्थिति में उतरा, इसकी जानकारी उनलोगों के पास नहीं है। वे लोग गुजरात पहुंच चुके हैं।

थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि शव के पास से मिले बैंक के पासबुक के आधार पर मंगलवार को मध्य प्रदेश की पुलिस ने इसकी सूचना मधुबन थाना को मृतक की फोटो के साथ दी है।

शनिवार को घर से निकले थे बहादुर मांझी
स्थानीय सरपंच संजय कुमार ने बताया कि वे शनिवार को गुजरात जाने के लिए निकले थे। उनके साथ गांव के 3 लोग भी थे। वे किस परिस्थिति में रतलाम स्टेशन पर उतरे। इसकी जानकारी नहीं हो पा रही है। मधुबन थाना द्वारा दी गई सूचना के आधार पर परिवार के लोग शव लाने के लिए रतलाम निकल चुके हैं।

मृतक घर का एकमात्र कमाऊ व्यक्ति था। इन्हीं की कमाई से घर की परवरिश हो रही थी। इस घटना से पत्नी सुदामा देवी व छोटे-छोटे बच्चे रोते-रोते बेहाल हो गए हैं। इन्हें 6 पुत्री एवं एक पुत्र है।