पटना। राजधानी पटना का केंद्रीय आदर्श का’रा बे’उर पिछले कुछ महीनों से पटना पुलिस के लिए मु’सीबत बन गया है। जेल में बंद अपराधी जिले में हो रहे अपराधों को अंदर से ही नियंत्रण कर रहे है। रं’गदारी, ह’त्या व लू’ट की सा’जिश जे’ल में रची जा रही है, जिसे बाहर घुम रहे कु’ख्यात के गु’र्गे अंजाम दे रहे है।
महज तीन महीने में जेल के अंदर दो बार बड़े पैमाने पर छा’पेमारी की गई, मगर स्थिति नहीं सुधरे। कुछ पेशेवर अ’पराधियों को बेउर जे’ल से भागलपुर स्थित आदर्श केंद्रीय का’रा में भेजा गया था, लेकिन वे का’नूनी दा’व-पें’च लगा लौट गए।

हाल में चुड़ी मार्केट से रं’गदारी मांगने वाला बेउर जे’ल का कै’दी भवानी ऑडियो में राहुल नामक बंदी से मोबाइल का चार्जर मांगते और दूसरे को गां’जा बनाने का आदेश देते सुनाई दिया। जे’ल प्रशासन की उदासीनता के कारण शहर में सं’गीन अ’पराध हो रहे हैं, जिस पर रो’क लगाना पटना पुलिस के लिए चुनौती बन गई है।
एसएसपी डा. मानवजीत सिंह ढिल्लों बेउर जे’ल से कई वा’रदातों की सा’जिश रची गई। वहां मोबाइल का इस्तेमाल होने की जानकारी मिली है। कुछ नंबरों के डिटेल को पुलिस खं’गाल रही है। मु’लाकातियों पर भी नजर रखी जाती है, क्योंकि पूर्व में जेल के अंदर छापेमारी के दौरान पुर्जे पर लिखे संदेश भी पुलिस को मिले थे।
वहीं बेउर जेल के सुपरिटेंडेट जितेन्द्र सिंह जेल में मोबाइल का उपयोग करने वालों पर सर्विलांस से नजर रखी जा रही है। सूचना मिलने पर का’र्रवाई भी की जाती है। हालांकि, सभी मामलों में बेउर का नाम घ’सीटा जाना ठीक नहीं है। अ’पराधी कोर्ट में पेशी के लिए भी जाते हैं। संभव है मि’लीभगत से उस समय मोबाइल का प्रयोग करते हो।
