पटना : बिहार के 20 शहरों में सोमवार रात 12 बजे के बाद से इंटरनेट सेवा चालू करने के आदेश जारी किए गए। शांतिपूर्ण माहौल को देखते हुए ये फैसला लिया गया है। किसी भी जिले ने इंटरनेट सेवा बाधित करने के लिए अनुरोध नहीं किया है, लेकिन जिलाधिकारियों से कहा गया है कि अपने जिलों की परिस्थियों के अनुसार वे इंटरनेट शुरू या बंद करने का निर्णय लेंगे। हालांकि, सरकार के स्तर से यह भी कहा गया है कि आगे जरूरत के अनुसार इंटरनेट सेवा बैन किया जा सकता है।

बता दें कि अग्निपथ योजना पर मचे बवाल के बाद बीते बुधवार से पहले राज्य के 15 जिलों में इंटरनेट सेवा पर रोक लगाई गई थी। फिर गत रविवार को 5 और जिलों में इंटरनेट बंद कर दिया गया था।

कैमूर, भोजपुर, रोहतास, औरंगाबाद, बक्सर, पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, नवादा, समस्तीपुर, लखीसराय, बेगूसराय, वैशाली, सारण, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, गया, मधुबनी, जहानाबाद, शेखपुरा और खगड़िया में इंटरनेट सेवा सोमवार रात 12 बजे तक बंद की गई थी। हालांकि, रेलवे, बैंक और दूसरी सरकारी सेवाओं को इससे मुक्त रखा गया था।

इसके अलावा सभी जिलों को अगले कुछ दिनों तक अतिरिक्त सतर्कता और शांति बनाए रखने का निर्देश दिया गया है। पिछले दिनों आगजनी, तोड़फोड़ और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में बिहार में भर में 145 केस दर्ज किए गए हैं, जबकि 804 असामाजिक तत्त्वों को गिरफ्तार कर लिया गया है। सूचना यही है कि अभी भी बिहार के कई जिलों में इंटरनेट सेवा बाधित रखी रखी गई है।

डीजीपी ने रिव्यू मीटिंग कर ली हालात की जानकारी
बिहार में लॉ एंड ऑर्डर की वर्तमान स्थिति को ध्यान में रखते हुए सोमवार को पुलिस मुख्यालय में एक हाई लेवल मीटिंग हुई है. इस मीटिंग की अगुवाई खुद DGP संजीव कुमार सिंघल ने की।

सभी बड़े पुलिस अधिकारियों के साथ- साथ हर जिले के SSP/SP से बात की गई। मीटिंग में हर एक जिले की वर्तमान स्थिति की रिपोर्ट ली गई है। करीब 45 मिनट तक चली इस रिव्यू मीटिंग में बिहार पुलिस के अधिकारियों के साथ ही CRPF के अधिकारी भी शामिल थे।
