पटना : 16 जून की शाम को ही दानापुर स्टेशन को धुआं-धुआं करने की साजिश रची गई थी। इसके लिए एक पोस्ट लिखा गया था। साथ में एक Voice मैसेज को भी फ्लोट किया गया था। वो भी व्हाट्सएप ग्रुप में। दानापुर उपद्रव को लेकर ये खुलासा पटना पुलिस की जांच में हुआ है। सबूत के तौर पर वायरल किया गया पोस्ट और फ्लोट किया गया Voice मैसेज भी पुलिस टीम के हाथ लग गया है।

हिंसक प्रदर्शन से एक दिन पहले ही पूरी प्लानिंग कर ली गई थी। दानापुर स्टेशन पर तोड़फोड़, प्लेटफॉर्म पर खड़ी ट्रेनों में तोड़फोड़ के साथ आगजनी की पूरी तैयारी 16 जून की शाम हो चुकी थी। इसी प्लान के तहत 17 जून की सुबह दानापुर स्टेशन पर सबकुछ हुआ भी। वाकई में उपद्रवियों ने दानापुर स्टेशन को धुआं-धुआं कर दिया था।

व्हाट्सएप पर बना ‘मिशन इंडिया आर्मी ग्रुप’
पुलिस जांच में व्हाट्सएप पर ‘मिशन इंडिया आर्मी ग्रुप’ का पता चला है। जिसमें कई लोग जुड़े थे, उनमें से 68 की पहचान पुलिस कर चुकी है। एक वाइस नोट भी मिला है, जिसने इस साजिश का पर्दाफाश किया है। दरअसल, इंस्पेक्टर कमलेश्वर प्रसाद सिंह जो दानापुर थाना के थानेदार हैं, उन्होंने अपने बयान के आधार पर FIR (562/22) दर्ज की है। जिसमें उपद्रवियों के सैनिक चौक पर जमा होने से लेकर शगुना मोड़ तक बढ़ने, फिर पूरे रास्ते तोड़फोड़ करते हुए दानापुर स्टेशन पहुंचे और वहां की पूरे घटना क्रम को सिलसिलेवार तरीके से लिखा गया है। उपद्रव के दौरान पुलिस ने इस केस के शुरुआत में कुल 14 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया था। इसके बाद हर की तलाशी ली गई।

सभी के मोबाइल जब्त कर खंगाले गए। इसी क्रम में 20 साल के पंकज कुमार के मोबाइल को जब खंगाला जा रहा था, तभी उसके व्हाट्सएप पर ‘मिशन इंडिया आर्मी ग्रुप” का पता चला। इस ग्रुप का एडमिन मोबाइल नंबर 9798288343 को इस्तेमाल कर रहा युवक था। जब पड़ताल आगे बढ़ी तो उसके एडमिन प्रोफाइल में नाम की जगह ‘नमो बुद्धाए” लिखा हुआ मिला। इस ग्रुप से जुड़े कुल 68 लोगों की पहचान पुलिस अब तक कर चुकी है।

पहचान कर आरा से किया गिरफ्तार
उपद्रव के इस केस की जांच करते हुए पुलिस हर एक कड़ी को जोड़ रही है। ‘मिशन इंडिया आर्मी ग्रुप” को जब पुलिस ने खंगाला तो उसी में 16 जून को दानापुर स्टेशन को धुआं-धुआं करने का लिखा हुआ पोस्ट और इससे जुड़ा हुआ Voice मैसेज मिला। पुलिस ने फिर इसके आगे की कड़ी को जोड़ा। भड़काऊ पोस्ट को लिखने वाला और Voice मैसेज भेजने वाला, दोनों ही एक ही इंसान के मिले। जिसकी पहचान बक्सर के रहने वाले अभिषेक यादव के रूप में हुई। पड़ताल करते हुए पुलिस की टीम इस तक पहुंच भी गई और इसे आरा से गिरफ्तार किया। उपद्रव के मामले में दानापुर थाना की पुलिस अब तक कुल 32 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।

टेलीग्राम से मांगा गया है डिटेल
अग्निपथ के विरोध में युवाओं को भड़काने के लिए उपद्रव की पटकथा रचने वालों ने सोशल मीडिया का जमकर उपयोग किया है। फेसबुक, ट्वीटर, व्हाट्सएप और टेलीग्राम जैसे सोशल मीडिया एप पर ग्रुप बनाए गए हैं। बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई के तहत चलने वाली साइबर सेल लगातार सोशल मीडिया के ऊपर अपनी नजर रख रही है। आर्थिक अपराध इकाई के SP सुशील कुमार के अनुसार साइबर सेल लगातार सोशल मीडिया खंगाल रही है।

जो युवाओं को भड़काने वाले हर प्रकार के पोस्टों पर अपनी नजर रख रही है। इसके लिए डीएसपी मुकेश ठाकुर की अगुवाई में एक टीम अलग से काम कर रही है। भड़काऊ पोस्ट के मामले में टेलीग्राम को एक लेटर लिखा गया है। उससे कई ग्रुप के डिटेल्स मांगे गए हैं। क्योंकि, युवाओं को भड़काने के लिए सोशल मीडिया के इस प्लेटफॉर्म का खूब इस्तेमाल किया गया है।