मुजफ्फपुर : फर्जी सिम कार्ड के प्रयोग पर पुलिस मुख्यालय काफी स’ख्त है। जिले में पहले से फर्जी सिम कार्ड से जुड़ा 25 केस दर्ज था। 26 वीं एफआईआर नगर थानेदार अनिल कुमार के आवेदन पर दर्ज की गई है। चार सिम धारक, डिस्ट्रीब्यूटर व रिलेटर को आरोपी बनाया गया है।
पुलिस सूत्रों की मानें तो आर्थिक अ’पराध इकाई पटना काईकोर्ट से मिले निर्देश के आधार पर जांच कर रही है। वह सभी जिलों से फर्जी सिम कार्ड के इस्तेमाल से जुड़े केस का आंकड़ा जुटा रही है। इसके अलावा मुख्यालय स्तर पर स्पे’शल टा’स्क फोर्स भी इसकी जांच कर रही है।
मुजफ्फरपुर में लगातार सामने आ रहे फ’र्जी सिम कार्ड के इस्तेमाल के मामले को लेकर एसएसपी जयंतकांत जिले के सभी थानों में दर्ज फ’र्जी सिम कार्ड के इस्तेमाल से जुड़े केस की जानकारी जुटा रहे है। संभावना जताई जा रही है कि इन कां’डों की इओयू जांच कर सकती है।
बताया जाता है कि अहियापुर के बाजार समिति के चावल कारोबारी महेश्वर सिंह से पांच लाख की रं’गदारी मांगने वाला शातिर अब तक 32 सिम कार्ड बदल चुका है। फर्जी दस्तावेज पर सिम जारी होने के कारण पुलिस उसको एक साल से अधिक बीत जाने के बाद भी ट्रेस नहीं कर सकी है। इसके अलावा पीएनबी फ्रॉड में ग्राहकों के सिम का क्लोन तैयार करके पांच करोड़ से अधिक का फ्रॉ’ड किया गया था।
पुलिस मुख्यालय से जारी आंकड़ों के मुताबिक राज्य में फर्जी सिम कार्ड के प्रयोग के छह सौ से ज्यादा मामले आ चुके है। मामले में चार सौ से ज्यादा प्राथमिकी दर्ज हो चुकी है। स्पेशल टास्क फोर्स के स्तर पर भी जांच में पटना में सबसे अधिक 325 मामले दर्ज है। इसमें एक पाटलिपुत्र थाने में दर्ज एफआईआर में 292 फर्जी सिम कार्डधारकों के नाम दर्ज है। पटना के अलावा मुजफ्फरपुर में 26, मधुबनी में 35 व रोहतास जिले में 29 प्राथमिकी दर्ज हुई है। शेष अन्य जिलों में ए’फआईआर दर्ज है।
