गोपालगंज : बिहार के गोपालगंज जिले में सरकार अमले और ग्रामीणों के बीच टकराव की नौबत आ गई। सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने गई पुलिस-प्रशासन की टीम से ग्रामीण भिड़ गए। उग्र ग्रामीण पुलिस से उलझ गए। देखते ही देखते ईंट-पत्थर चलने लगे। इससे मौके पर भगदड़ की स्थिति पैदा हो गई।

उग्र ग्रामीणों की ओर से की गई रोड़ेबाजी में अचंल अधिकारी का गार्ड, राजस्व विभाग का कर्मचारी समेत 5 सरकारी अधिकारी-कर्मचारी घायल हो गए। इस घटना में CO का गाड़ी भी क्षतिग्रस्त हो गई। हिंसक घटना के बाद स्थानीय पुलिस ने 15 नामजद और 50 अज्ञात ग्रामीणों के खिालफ केस दर्ज किया है।

जानकारी के अनुसार, अतिक्रमण हटाने गई सरकारी टीम पर पथराव की यह घटना कटेया थाना क्षेत्र के मोतीपुर गांव की है। पंचदेवरी प्रखंड के सीओ पुलिस बल के साथ जेसीबी लेकर सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने पहुंचे थे। बताया जाता है कि अतिक्रमण हटाने के दौरान पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प हो गई।

इसके बाद ईंट-पत्थर चलने लगे, जिसमें पंचदेवरी सीओ की गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई। मामला बिगड़ते देख मौके पर कटेया, भोरे, विजयीपुर समेत कई थानों की पुलिस को बुला लिया गया। अतिक्रमण स्थल के आस-पास काफी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती कर दी गई। इसके बाद वहां जेसीबी से सरकारी जमीन को खाली कराया गया।

उपद्रवियों पर होगी कार्रवाई
अतिक्रमण हटाने गई प्रशासनिक टीम पर हमले की घटना गंभीरता से लिया गया है। हथुआ के एसडीएम राकेश कुमार ने बताया कि अतिक्रमण हटवाने के दौरान जिन लोगों ने विवाद उत्पन्न किया है, उनपर कार्रवाई तय है।

सरकारी काम में बाधा उत्पन्न करना कानून के खिलाफ है। ऐसे लोग बख्शे नहीं जाएंगे। उन पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आगे बताया कि ग्रामीणों के अरोपों की भी जांच की जाएगी।
