पटना : बिहार में अब नीतीश नगर और मोदी नगर के नाम से हर जिले में गांव बनाने की घोषणा की गई है। इसके लिए सरकार ने कई जिलों में निरीक्षण भी किया है। इस योजना की शुरुआत बांका जिले से किए जाने की संभावना है। हालांकि इस घोषणा के साथ ही बिहार में सियासत शुरू हो गई है। राजनीतिक पार्टियों ने अलग-अलग ढंग से प्रतिक्रिया जताई है।

बिहार के भूमि सुधार और राजस्व मंत्री रामसूरत राय ने गुरुवार को घोषणा की कि बिहार के हर जिले में नीतीश नगर और मोदी नगर बनाए जाएंगे। हर जगह 5 या 10 एकड़ जमीन की पहचान कर वहां 100 या 200 परिवार को एक साथ ले जाकर सरकार बसाएगी। कई जिलों में इसके लिए निरीक्षण किया गया है। इस योजना की शुरुआत बांका जिले से होगी।

जमीनें की जाएंगी आवंटित
रामसूरत राय ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बिहार में हजारों लोगों को घर बनाने के लिए रकम आवंटित की गई है। लेकिन कई ऐसे मामले सामने आए हैं कि लोगों के पास जमीन नहीं है। इसलिए वह पीएम आवास योजना में घर नहीं बना पा रहे हैं। अब बिहार सरकार ने भूमिहीनों को जमीन आवंटित करने का फैसला किया है, जिसे नीतीश नगर मोदी नगर के नाम से जाना जाएगा।

बेहतर हुए हैं गांव : उपेंद्र कुशवाहा
सरकार की इस घोषणा की सराहना जेडीयू नेता उपेंद्र कुशवाहा ने की। उन्होंने गांव को और बेहतर बनाने की बात कही है। उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि नीतीश कुमार बिहार के हर गांव में सुविधा बेहतर करने का काम कर रहे हैं। गांव में बिजली, स्वास्थ्य और शिक्षा बेहतर की जा रही है। इस योजना के बारे में विस्तार से जानकारी नहीं है, इसलिए नहीं कहा जा सकता। पर बिहार में गांव समृद्ध हो रहे हैं।

राबड़ी देवी ने किया तंज
विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष राबड़ी देवी ने इस घोषणा पर तंज कसते हुए कहा कि बिहार में सिर्फ घोषणाएं ही होती हैं, हकीकत में कुछ नहीं होता। इससे पहले भी सभी सांसदों को गांव गोद लेकर आदर्श गांव बनाने और हर सुविधा देने की घोषणा हुई थी।

पर आजतक किसी गांव को आदर्श नहीं बनाया जा सका। नीतीश कुमार या मोदी जी के नाम से गांव बनाकर क्या होगा, जब सुविधाएं ही नहीं मिलेंगी।
