चंडीगढ़ के कार्मेल कॉन्वेंट स्कूल में बच्चों पर गिरा पेड़:एक छात्रा की मौ’त, कई घा’यल

चंडीगढ़ : पंजाब के चंडीगढ़ में एक स्कूल में पीपल का पेड़ गिर जाने से एक बच्ची की जान चली गई, 13 बच्चे घायल हुए हैं। घटना सेक्टर 9 स्थित कार्मेल कॉन्वेंट स्कूल में शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे हुई। उस समय बच्चे लंच कर रहे थे। मृतक बच्ची की पहचान हिराक्षी के रूप में हुई है, जो सेक्टर 43 में रहती थी।

इस पुराने पेड़ ने ली बच्चे की जान। अब घटना के बाद स्कूल के दूसरे पुराने पेड़ों को काटा जा रहा है।

प्रशासन ने इस पेड़ को हेरिटेज का दर्जा दिया था
जो पेड़ गिरा वह करीब 250 साल पुराना था। प्रशासन ने इसे हैरिटेज ट्री का दर्जा देकर संरक्षित किया था। इसे चारों तरफ से सीमेंट से कवर किया हुआ था। इसके पास बच्चे अक्सर लंच टाइम में बैठा करते थे और खेलते थे।

13 बच्चे अस्पताल में भर्ती
घटना की जानकारी मिलते ही एसएसपी कुलदीप सिंह चहल समेत कई पुलिस अफसर मौके पर पहुंचे। सेक्टर 3 थाना पुलिस घटना की जांच कर रही है। 11 बच्चों को गवर्नमेंट मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल (GMSH) 16 में भर्ती करवाया गया है। उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। 2 बच्चे PGI में भर्ती किए गए हैं। घायल बच्चों से मिलने प्रशासनिक अफसर अस्पताल पहुंचे हुए हैं।

स्कूल के बाहर तैनात किया गया पुलिस बल
घटना की जानकारी मिलते ही कई बच्चों के परिजन स्कूल पहुंचे। उन्हें गेट के बाहर रोक लिया गया, जिसके बाद उन्होंने स्कूल में दाखिल होने की मांग की। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल भी स्कूल के बाहर तैनात किया गया।
क्या प्रशासन का ‘हैरिटेज ट्री लव’ बना बच्चे की मौत की वजह
जिस पेड़ के गिरने से यह हादसा हुआ है उसे हैरिटेज ट्री का दर्जा हासिल था। ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि स्कूल जैसी जगह पर ऐसे हैरिटेज पेड़ का क्या काम। हैरिटेज पेड़ कभी तो पुराना होकर गिरना ही था। प्रशासन को उसका हैरिटेज ट्री लव क्या बच्चों की जान से ज्यादा प्यारा था। इतने पुराने पेड़ को यहां से कटवाने या इसकी छंटनी करवाने के बारे में क्यों नहीं सोचा गया?

मैं 250 साल पुराना हूं और बच्चों से बड़ा प्यार है
‘इस पेड़ के बारे में लिखा गया है कि मैं 250 साल पुराना हूं, मगर अब भी काफी जवान और तरो-ताजा महसूस करता हूं क्योंकि मैं बच्चों से घिरा रहता हूं। इस स्कूल की बिल्डिंग मेरे सामने बनी थी। मैं बच्चों को बहुत प्यार करता हूं और लगता है वे भी मुझे बहुत प्यार करते हैं। मैं पीपल के नाम से जाना जाता हूं और मेरा वैज्ञानिक नाम फाइकस रिलिजियोसा है।

मैं 70 फीट ऊंचा हूं और मेरे पत्ते दिल के आकार के हैं। बच्चे मेरे पत्तों की नसों के पैटर्न का इस्तेमाल कर सुंदर कार्ड बनाते हैं। कई मौकों पर बच्चे मेरे 33 फीट के मोटे पेट (तने) को डेकोरेट करते हैं। वे मेरे सेक्टर 9 ए स्थित हैरिटेज पेड़ भाइयों ​​​​​​से भी मिलते हैं और हेलो बोलते हैं। मेरे परिवार की टेक्निकल जानकारी के लिए QR कोड पर स्कैन करें।’

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