पटना के फुलवारी शरीफ पुलिस की तत्परता से शनिवार की रात एक युवक की ह’त्या से पूर्व ही पुलिस ने दो अ’पराधियों को ह’थियार के साथ धर द’बोचा। अगर पुलिस अ’पराधियों को गि’रफ्तार नहीं करती तो शनिवार की रात फुलवारी शरीफ के अल्वा कॉलोनी में एहसान खान उर्फ़ मोनू की अ’पराधियों ने गो’ली मा’रकर ह’त्या कर दी होती।
पूरी प्लानिंग के बाद अ’पराधी एहसान खान उर्फ़ मोनू को उस रास्ते से गुजरने का इंतजार कर रहे थे तभी अ’पराधिक पुलिस के ह’त्थे चढ़ गया। अपने भाई के ह’त्यारों का बदला नहीं लेने का दुख जैद अनवर ने फुलवारी शरीफ थाना में पूछताछ के दौरान जा’हिर किया।
गि’रफ्तार अ’पराधी जैद अनवर ने बताया कि वर्ष 2012 में फुलवारी शरीफ के चर्चित विक्की हत्याकांड में उनके चाचा मिसबाहउल का नाम आया था। वर्ष 2013 में उनके भाई सैफ अनवर की हत्या एहसान खान उर्फ़ मोनू, राजा, मोहम्मद अंजार और साकिर ने मिलकर अल्वा कॉलोनी में ईट पत्थर से पूछ पूछ कर कर दी थी। इन सबों से बदला लेने के लिए जैद अनवर ने अ’पराध की दुनिया में कदम रखा। इसके बाद निशू खान, निशांत, सद्दाम ,मोहम्मद सहनू , तौफीक उर्फ बादशाह के साथ मिलकर एक गि’रोह बना डाला।
गि’रोह बनाते ही जैद अनवर ने अपने साथियों के साथ मिलकर फुलवारी शरीफ के आसपास के अलावा आरा के उदवंतनगर में एक पेट्रोल पंप पर लूटपाट का प्रयास किया था जिसमें पुलिस के ह’त्थे चढ़ने के बाद जे’ल चला गया। शनिवार की रात जैद अनवर अपने साथी तौसीफ उस बादशाह के साथ मिलकर एहसान खान उर्फ़ मोनू की ह’त्या कर अपने भाई का बदला लेना चाहता था इसी क्रम में पुलिस के ह’त्थे चढ़ गया। पुलिस ने जैद अनवर एवं तौसीफ उस बादशाह को पि’स्टल एवं गो’ली के साथ गि’रफ्तार कर लिया है।

