नालंदा में शादी के बाद दुल्हन ने लड़के के साथ जाने से इनकार कर दिया । लड़की ने कहा कि लड़का लंगड़ा है उसके साथ नहीं जाना। मैंने शादी के पहले उसे देखा नहीं था। पापा ने देखा था। अब चाहे दूसरी शादी हो या तीसरी लेकिन इस लड़के के साथ तो नहीं रहना है। लड़के का कहना है कि वो बिल्कुल ठीक है। उसके पैर में कोई परेशानी नहीं है। अपनी दुल्हन को वापस लाने के लिए लड़के ने थाने में गुहार लगाई है।

मामला नूरसराय थाना क्षेत्र के रतनपुरा गांव का है। दुल्हन का कहना है कि शादी के बाद उसे पता चला कि दूल्हा पैर से दिव्यांग है। इसलिए उसके साथ वह नहीं रहना चाहती। वहीं दूल्हे ने कहा कि यह गलत आरोप है, मैं बिल्कुल ठीक हूं।

यह है पूरा मामला
8 जुलाई को हरनौत थाना क्षेत्र के उखड़ा गांव से सकलदीप मांझी के बेटे मुकेश कुमार की बारात आई थी। नूरसराय के रतनपुरा गांव निवासी मनोज मांझी की बेटी शोषम कुमारी की शादी मुकेश कुमार के साथ बीते 8 जुलाई को हुई।

लड़की का कहना है कि फेरे लेने के वक्त लड़का लंगड़ा कर चल रहा था। इसके बाद शादी होने के बाद दूसरे घर में मौजूद देवी देवताओं के पैर छूने गई तो लड़का पीछे पीछे और वह आगे आगे चल रही थी। सीढ़ी चढ़ने के दौरान लड़का लड़खड़ाने लगा जिससे उसके दिव्यांग होने का पता चला।

शादी से पहले नहीं देखा था
दुल्हन का कहना है कि उसे लड़का पसंद नहीं है। वह अपाहिज है उसने शादी के पहले लड़के को नहीं देखा था। पिता ने यह शादी तय की थी उनके अलावा घर के किसी सदस्य ने लड़के को नहीं देखा। इसलिए शादी के बाद साथ जाने से इनकार कर दी।

इधर, ससुराल जाने से मना करने पर कुछ गांव वाले और बारात में आए लोग जबरदस्ती उसे बोलेरो में बैठाने लगे। जिसके बाद वह किसी तरह से वहां से निकलकर घर चली आई। अब वह उसके साथ किसी भी कीमत पर रहना नहीं चाहती है।

लड़का बोला- सभी आरोप गलत मैं ठीक हूं
इस घटना के बाद लड़का अपनी पत्नी को साथ ले जाने के लिए और समाज में हो रही बदनामी के कारण पुलिस से न्याय की गुहार लगाने थाने पहुंचा। उसने कहा कि उसे शादी के बाद दिव्यांग साबित कर दिया गया है। गांव में बदनामी हो रही है अब उसे अपनी दुल्हन को साथ ले जाना है।
