सीवान सदर अस्पताल में उस समय अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया। जब एक महिला अपने पेट दर्द का शिकायत लेकर सीवान सदर अस्पताल में डॉक्टर से इलाज कराने के लिए पहुंची थी।

मामला सोमवार की देर शाम की है। जहां सदर अस्पताल में अपने ड्यूटी में तैनात चिकित्सक प्रशांत किशोर ने महिला की जांच के बाद मेडिसिन काउंटर से ORS लेने की सलाह दी।

जिसके बाद महिला डॉक्टर की सलाह पर दवा लेने के लिए मेडिसिन काउंटर गई। इसी बीच महिला को एक्सपायरी ORS की दवा पकड़ा दी गई।

इधर एक्सपायरी दवा देखने के बाद महिला मरीज की होश उड़ गई। इसके बाद मरीज के परिजनों ने अस्पताल में ही हंगामा करना शुरू कर दिया। पीड़ित महिला की पहचान नगर थाना क्षेत्र के कसेरा टोली निवासी रंजीत कुमार की 38 वर्षीय पत्नी पिंकी गुप्ता के रूप में हुई है।

पीड़ित महिला ने बताया कि अस्पताल के कर्मियों ने जिस ओआरएस का दवा उन्हें उपलब्ध वो सितंबर 2020 का बना हुआ है और ओआरएस फरवरी 2022 में ही एक्सपायरी हो चुका है।

परिजनों ने जब इसकी शिकायत की तो अस्पताल के चिकित्सकों ने किसी तरह की सुनवाई नहीं की। अब सवाल यह उठ रहा है कि जब सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के गृह जिले के अस्पताल का यह हाल है तो दूसरे जिलों के अस्पताल का क्या हाल होगा। अब सवाल यह उठता है कि अगर मरीज ORS पी लेती तो उसकी जान भी जा सकती थी।

क्या कहते हैं सिविल सर्जन
सिविल सर्जन यदुवंश शर्मा ने कहा कि यह बहुत गंभीर मामला है। इसकी बारीकी से जांच कराई जाएगी। वहीं दूसरी तरफ मरीज को देखने वाले चिकित्सक प्रशांत कुमार ने कहा कि एक्सपायर ORS के बारे में ऊपर के अधिकारियों को सूचना दे दी गई है।
