बेतिया :भारत की 15वीं राष्ट्रपति और देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बनी द्रोपदी मुर्मू के चुने जाने पर जिले के थारू क्षेत्र के आदिवासी जनजाति में काफी उल्लास है। हर ओर लोग खुशियां मना रहे है। जिले में थारुओं की राजधानी मानी जाने वाली हरनाटांड़ के देवरिया तरुअनवा पंचायत के शिवमंदिर परिसर में गुरूवार दोपहर देवरिया तरुअनवा पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि संजय कुमार, सोनू कुमार, पूर्व सरपंच नंदकिशोर महतो, पैक्स अध्यक्ष संजय महतो, जयप्रकाश कुमार, मोहन महतो, छठू काजी, मेघनाथ महतो, राजेंद्र पासवान, राजेंद्र राय,

उधर, बकुली पंचगावा पंचायत के बकुली में भारतीय थारु कल्याण महासंघ तपा चौपारण के अध्यक्ष सह भाजपा के अनुसूचित जनजाति के जिलाध्यक्ष हेमराज पटवारी, रामनारायण प्रसाद, राजवंशी महतो, दीपक कुमार, सुदामा शर्मा, अग्निदेव प्रसाद, शकुंतला देवी, रामाशंकर राय, राजेश कुमार पटवारी, बिट्टू कुमार, प्रमोद कुमार, राजकुमार महतो, बैरिया काला में ठगई महतो, मनोज महतो आदि ने एक दूसरे को गले लगाकर बधाइयां दी। रंग अबीर लगाए और मिठाइयां बांटी। हेमराज पटवारी ने बताया कि पहली बार उनकी जनजाति की महिला राष्ट्रपति बनी है। इसलिए रंग अबीर के साथ पूरे थारू इलाके में हर घर पांच पांच दिए जलाए जा रहे है।

जिले में 3.60 लाख से अधिक है थारु जनजाति की आबादी
भारतीय थारु कल्याण महासंघ तपा चौपारण के अध्यक्ष हेमराज पटवारी ने बताया कि पश्चिम चंपारण जिले में वाल्मीकिनगर से लेकर सिकटा तक करीब 120 किलोमीटर के क्षेत्र में नेपाल से सटे जंगली व पहाड़ी इलाकों में उनकी जनजाति के लोग बसे हुए है। जिनकी आबादी करीब 3.60 लाख से अधिक है। उनकी जनजाति जिस प्रखंडों में बसी है उसमें बगहा -2, रामनगर, गौनाहा, मैनाटांड़ एवं सिकटा के नेपाली सीमा से सटे कुछ भाग आते है।

हेमराज पटवारी ने बताया कि इतनी बड़ी खुशी को साझा करने के लिए शुक्रवार को एक बड़ी बैठक का आयोजन किया गया है। जिसमें थारू के अधिकांश गांवों के पटवारी, गुमास्ता व अन्य लोग शामिल होंगे। बैठक के उपरांत पूरे इलाके में तिरंगा यात्रा निकाली जाएगी। जिसमें हजारों की संख्या में थारु जनजाति के लोग शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि बैठक की तैयारी की जा रही है। इसके लिए प्रमुख लोगों को जवाबदेही भी सौंपी गई है।



