गया :विश्वविख्यात मोक्ष नगरी गया जी में लगने वाले पितृ पक्ष मेला क्षेत्र की सड़कों की खुदाई से पहले अब डीएम से ही अनुमति लेनी होगी। बगैर अनुमति के सड़कों की खुदाई किसी भी सरकारी व गैर सरकारी संस्थान के ठेकेदारों को महंगा पड़ सकता है। हालांकि सड़कें खोदेन से पहले अनुमति लिए जाने की व्यवस्था पहले से ही है। लेकिन यह व्यवस्था नगर निगम के अधीन है। मेला क्षेत्र की सड़कों की खुदाई की अब तक निगम ही अनुमति दिया करता था लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। उसकी खुदाई से पहले डीएम से ही हर हाल में अनुमति लेनी होगी।

दरअसल इन दिनों जिला प्रशासन और गया पाल पंडा समाज पितृपक्ष की तैयारी में जुट गया है। हर बिंदु पर आए दिन बैठकें हो रही है और उनकी समीक्षा भी। इसी समीक्षा के बीच पाया गया कि पितृपक्ष मेला क्षेत्र की सड़कें बुडको द्वारा पाइपलाइन बिछाए जाने के नाम पर नष्ट कर दी गई है। यही नहीं उन्हें दुरुस्त करने की भी जहमत अब तक बुडको की ओर से नहीं उठाई गई है।

हालांकि डीएम त्यागराजन के सख्त रवैया को देखते हुए सड़कें दुरुस्त किए जाने का काम शहर में तेजी से चल पड़ा है। डीएम त्यागराजन ने 5 अगस्त तक मेला क्षेत्र की सभी सड़कें दुरुस्त करने अंतिम चेतावनी दी गई है। साथ ही डीएम ने साफ तौर पर निर्देश जारी कर दिया गया है कि मेला क्षेत्र में विशेष परिस्थितियों में बुडको के कार्यपालक अभियंता को सड़कों की खुदाई के लिए अब जिलाधिकारी से ही प्रमिशन लेना होगा।

दरअसल दो वर्ष बाद पितृपक्ष मेला आयोजन होने जा रहा है। यह एक राजकीय मेला है। कोरोना की वजह से बीते वर्षों से यह मेला आयोजित नहीं हो सका था। जिला प्रशासन और पंडा समाज को उम्मीद है कि पितृपक्ष के दौरान करीब आठ लाख तीर्थयात्री पिंडदान को गया जी आएंगे। ऐसे में शहर की सड़कें और उनके संपर्क मार्गों की सड़कें तीर्थयात्रियों को दुरुस्त नहीं उन्हें काफी परेशानी होगी। साथ ही गया की छवि भी राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय पर धूमिल होगी।



