सरकार के स्कूलों में लाखों रुपए खर्च किए जाते है की बच्चों को हर सुविधा स्कूल में मिले लेकिन ऐसा नहीं है। सीतामढ़ी शहर के बीचो-बीच मध्य विद्यालय ओरियंटल एक ऐसा विद्यालय है, जहां के बच्चे मध्याह्न भोजन स्कूल में खाते हैं। लेकिन पानी पीने के लिए उन्हें अपने घर जाना पड़ता हैं। इस विद्यालय में 5 चापाकल खराब है। ये पांचों खराब हैं। शिकायत के बाद भी विभाग सुध लेना मुनासिब नहीं समझा है। परिणाम स्वरुप भीषण गर्मी के इस मौसम में विद्यालय के बच्चे जलसंकट से जूझ रहे है।
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ढाई हजार नामांकित है बच्चे
सीतामढ़ी शहर के ओरियंटल मध्य विद्यालय में कुल ढाई हजार बच्चे नामांकित हैं। इस स्कूल में अन्य तीन स्कूलों का भी टैग संचालित होता है। प्रतिदिन 1000 से अधिक बच्चों की उपस्थिति होती है। चापाकल खराब होने के साथ यहां पानी का संकट शुरु हो गया है। विद्यालय के हेडमास्टर का कहना है कि इसको लेकर विभाग को कई बार बोला गया है। लेकिन अभी तक विभाग ने चापाकल मरम्मत की दिशा में कोई पहल नहीं की है। हालांकि एक चापाकल चालू है।

गर्मी में खराब है चापाकल, सूख रहा गला
लोगों का कहना है कि गर्मी चरम पर है। गर्मी में गला सुख रहा है। पानी के लिए स्कूल के छात्र-छात्राओं के साथ शिक्षकों को शहर के दूसरे घरों पर आश्रित होना पडता है। एक चापाकल सही है लेकिन उसका पानी सही नही है। जिससे बीमार होने की संभावना बनी रहती है। इसको लेकर बच्चे और शिक्षक उस चपाकल से पानी नहीं पीते है। हालांकि एमडीएम का खाना उसी से बनता है। लेकिन पानी-पीने के लिए घर जाना पड रहा है। हेडमास्टर ने बताया कि विद्यालय परिसर में पांच चापाकल है। पांचों चपाकल खराब स्थिति में पडे हुए हैं।




