सुपौल। नेपाल के पहाड़ी व मैदानी क्षेत्रों में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के बाद कोसी नदी के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी जारी है। कोसी बराज का डिस्चार्ज सुबह 8 बजे इस वर्ष का सार्वाधिक बढ़ते क्रम में 2 लाख 13 हजार 75 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज रिकॉर्ड दर्ज किया गया। वहीं बराह क्षेत्र से 1 लाख 94 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। जलस्तर में अभी और बढ़ोतरी के संकेत मिल रहे हैं।
बताया जा रहा है कि नदी का जलस्तर 2.20 लाख क्यूसेक तक जा सकता है। बता दें नेपाल के तराई क्षेत्र में हो रही लगातार बारिश के बाद सोमवार को शाम के 4 बजे कोसी का डिस्चार्ज दो लाख के पार चला गया था लेकिन देर शाम बारिश थम गई। जिसके बाद कोसी नदी के जल अधिग्रहण बराह क्षेत्र के जलस्तर में कमी आने के कारण जलस्तर में कमी दर्ज की गई।
सोमवार को शाम के 6 बजे स्थिर क्रम में 1 लाख 97 हज़ार 375 क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज दर्ज़ किया गया। लेकिन रात भर हुई तेज़ बारिश के बाद जलस्तर में फिर से वृद्धि शुरु हो गई है। सोमवार को सुबह 08 बजे 2 लाख 13 हजार 75 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज रिकॉर्ड दर्ज किया गया। जलस्तर में लगातार हो रहे उतार-चढ़ाव को लेकर कोसी बराज स्थित नदी के 56 में से 26 फाटकों को खोल दिया गया है।
वहीं जलस्तर में और अधिक संभावित बढ़ोतरी के मद्देनजर चीफ इंजीनियर द्वारा तटबन्धों पर चौकसी तेज कर दी गई है। कोसी नदी के नेपाल स्थित पूर्वी तटबंध एवं पश्चिमी तटबंध के सात अलग-अलग बिंदुओं पर नदी के बढ़ते जलस्तर का दबाब बताया जा रहा है।
जलस्तर बढ़ने के साथ ही सदर सहित सरायगढ़, किशनपुर, निर्मली एवं मरौना के दर्जनों गांव जलमग्न हाे गए है। पानी घर के भीतर घुस रहा है। तटबंध के भीतर बसों हजारों लोग घर छोड़कर पलायन करने को मजबुर है। तटबंध के भीतर बसे किशनपुर प्रखंड के दर्जनों गांव में लोगों के घर में पानी घुस रहा है। तू वही तटबंध के भीतर बस एक कई गांव में लोगों के घर में कटाव लगने से एक दर्जन लोगों का काेसी में विलिन हो गया है। लोगों को निकालने के लिए सरकार के द्वारा अबतक कोई व्यवस्था नहीं की गई है। खुद के बुते ही लोग किसी तरह उंचे स्थानों पर जा रहें है।
