आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर मुंगेर जिले के विजय चौक पर विजय चौक प्रबंध समिति द्वारा झंडोत्तोलन के बाद दोपहर बाद 75 फीट की विशाल तिरंगा यात्रा निकाली गई। इस तिरंगा यात्रा में 75 युवक एवं युवतियों ने हाथों में 75 तिरंगा झंडा लेकर तिरंगा यात्रा में शामिल हुई। तिरंगा यात्रा में आकर्षण का केंद्र झांसी की रानी थी।

घोड़ी पर बैठे झांसी की रानी के रूप में बनी शर्मिला पूरे तिरंगा यात्रा में आकर्षण का केंद्र बनी रही। झांसी की रानी को देखने के लिए सड़क के दोनों शहरवासी खड़े थे। श्रीमती शर्मिला को देखकर लोग अचंभित थे।लोग तो शर्मिला के रूप में बनी झांसी रानी को रियल झांसी की रानी समझ रहे थे। पूरे तिरंगा यात्रा में शर्मिला ने घोड़े की लगाम खुद संभाली हुई गुजर रही थी।

तिरंगा यात्रा विजय चौक से डॉ राजेंद्र प्रसाद होते हुए गांधी चौक ,पंडित दीनदयाल चौक ,राजीव गांधी चौक, चंद्रशेखर आजाद चौक, संस्कृत विद्यालय बेकापुर होते हुए विजय चौक पर आकर यात्रा समाप्त हुई। मौके पर विजय चौक प्रबंध समिति के सदस्यों ने कहा कि इस तिरंगा यात्रा में मुस्लिम युवाओं ने भी बढ़ चढ़कर भाग लिया ।यात्रा में सभी लोग वंदे मातरम का नारा लगा रहे थे। पूरा शहर राष्ट्रभक्ति के गाने और नारों से गुंजायमान हो उठा था। यह तिरंगा यात्रा शाम 4:00 बजे समाप्त हुई।




