समस्तीपुर-दरभंगा रेलखंड पर बाढ़ की समस्या का होगा समाधान:नए रेलवे पुलों का आज सीआरएस करेंगे निरीक्षण

समस्तीपुर दरभंगा रेल खंड पर यात्रा करने वाले रेलवे यात्रियों के लिए अच्छी खबर है इस खंड पर अब बाढ़ की समस्या का समाधान हो जाएगा। बाढ़ के दौरान बंद होने वाली रेल सेवा अब बाधित नहीं होगी। इस खंड पर किशनपुर से लेकर थलवाड़ा तक पांच नए रेलवे पुलों का निर्माण पूर्ण हो गया है। नए ट्रैक भी बिछा दिए गए हैं नए ट्रैक का निरीक्षण करने के लिए आज रेलवे बोर्ड के संरक्षा आयुक्त पहुंच रहे हैं।

समस्तीपुर दरभंगा रेल खंड।

संरक्षा आयुक्त के निरीक्षण में सब ठीक-ठाक रहा तो नए रेलवे पुलों से ट्रेनों का परिचालन शुरू हो जाएगा। जिसके बाद बाढ़ के दौरान बंद होने वाली ट्रेन सेवा पर ब्रेक लग जाएगी ।नए रेलवे पुल पुराने रेलवे पुलों से करीब 10 फीट ऊंची बनाई गई है। जिस पर पानी चढ़ने की संभावना न के बराबर है। पुराने रेलवे पुलों पर बाढ़ के दौरान पानी चढ़ जाता था जिससे ट्रेन सेवा बंद करनी पड़ती थी।

खासकर हायाघाट स्टेशन के पास पुल नंबर 16 पर प्रत्येक वर्ष बाढ़ के दौरान पानी चढ़ जाता था। डीआरएम आलोक अग्रवाल ने बताया कि सीआरएस निरीक्षण को लेकर रेलवे मंडल प्रशासन ने पूरी तैयारी कर रखी है। निरीक्षण के दौरान इस खंड पर मेगा ब्लॉक लिया जाएगा।

किशनपुर के किलोमीटर 15 से लेकर थलवारा के किलोमीटर 26 तक पुराने ट्रैक की भराई का शुरू होगा काम नई लाइन से ट्रेनों का परिचालन शुरू होने के बाद इस खंड के किशनपुर के किलोमीटर 15 से लेकर थलवारा के किलोमीटर 26 तक पुराने ट्रक को तोड़ कर हटा दिया जाएगा। उसी ट्रैक पर मिट्टी भराई के बाद नई रेलवे लाइन बिछाई जाएगी। नई रेलवे लाइन की ऊंचाई करीब 10 फीट बढ़ाई जाएगी। क्योंकि यह क्षेत्र बाढ़ को लेकर काफी संवेदनशील माना जाता है।

दूसरे पांच नए रेलवे पुलों का भी होगा निर्माण
किशनपुर से थलवाड़ा के बीच नए रेलवे पुलों पर परिचालन शुरू होने के बाद उक्त पुल के स्थान पर दोहरीकरण के लिए दूसरे नए 5 बड़े पुलों का निर्माण होगा। उक्त पुलों के निर्माण पर करीब सवा सौ करोड़ रुपए खर्च होंगे।
इसको लेकर पूर्व में टेंडर की प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है। पुलों का निर्माण 3 वर्षों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

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