बिहार:17 जिलों में तेज बारिश का पूर्वानुमान,मूसलाधार वर्षा के साथ ठनका गिर सकता है

बिहार में आज भी कई जिलों में बारिश होगी। पिछले सप्ताह राज्य में फिर से मानसून सक्रिय हो गया है। लेकिन बारिश दो दिनों से हो रही है। मौसम विभाग के रिपोर्ट के मुताबिक कुछ इलाकों में मेघ गर्जन के साथ तेज बारिश की संभावना है। इस दौरान  हल्की आंधी भी चल सकती है। कुछेक स्थानों पर ठनका गिरने की संभावना जताई गयी है।

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इसे देखते हुए मौसम वैज्ञानिकों ने आम नागरिकों के लिए एहतियात जारी कर सुरक्षित रहने की सलाह दी हैं। पिछले दो दिनों की बारिश के कारण तापमान में कुछ गिरावट दर्ज की गयी है। लेकिन अभी भी उमस वाली गर्मी का कहर जारी है। घरों में फैन या कूलर के बगैर रहना मुश्किल है। बाहर निकलने पर परेशानी ज्यादा होती है।

मौसम विभाग की ओर से जारी ताजा मौसम अपडेट जारी कर दिया गया है। आज यानि 29 अगस्त को राज्य के कटिहार, भागलपुर, बांका, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया में झमाझम बारिश का पूर्वानुमान लगाया गया है। मौसम विभाग ने इन सभी जिलों के नागरिकों के लिए एहतियात जारी कर सचेत रहने की चेतावनी दी है। उत्तर बिहार के पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, छपरा, गोपालगंज, सिवान, वैशाली, दरभंगा जिलों में बारिश का अनुमान है। इनके अलावे, ,सुपौल और मधेपुरा में भी 24 घंटों के भीतर तेज बारिश होगी।

मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सिवान, सुपौल, बांका, भागलपुर, अररिया, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार और सुपौल में रविवार को अच्बाछी बारिश हुई थी। आज भी इन जिलों में बारिश हो सकती है।  मौसम विज्ञानियों का कहना है कि आज 29 अगस्‍त को प्रदेश में कहीं- कहीं मूसलाधार बारिश हो सकती है । एक दो स्थानों पर आंधी-तूफान के साथ ठनका गिरने की भी आशंका जताई गई है।

IMD की रिपोर्ट के अनुसार, समुद्र के स्तर पर मानसून की ट्रफ हिमालय की तलहटी के करीब चल रही है। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों के दौरान बिहार और दक्षिण-पूर्वी यूपी में अगले चार दिनों तक बारिश की उम्मीद जताई है। साथ ही पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भी भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। आज बिहार में अलग-अलग जगहों पर बहुत भारी बारिश की भी संभावना है। एक दो स्थानों पर वज्रपात भी हो सकता है।

दक्षिण-पश्चिम मानसून के समय बिहार में व्‍यापक पैमाने पर धान की खेती की जाती है। धान की फसल के लिए पर्याप्‍त मात्रा में पानी की जरूरत होती है, लेकिन इस बार मानसून के सामान्‍य नहीं रहने की वजह से फसलों पर प्रत‍िकूल प्रभाव पड़ा है। ताजा बारिश से धान की फसल में कुछ सुधार की उम्मीद है जिससे किसानों को कुछ फायदा होगा।

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