मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जबतक जेडीयू रहेगा, तब तक बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे। उन्होंने पहली बार स्वीकारा कि हमसे गलती हो गई। अपनी पार्टी की कार्यकारिणी बैठक में उन्होंने यह बात सार्वजनिक तौर पर स्वीकार की कि बीजेपी से हाथ मिलाकर उनसे मूखर्ता हुई।

दरअसल जेडीयू के राष्ट्रीय परिषद की बैठक को जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार संबोधित कर रहे थे तो उन्होंने साफ तौर पर कहा कि 2017 में बीजेपी के साथ समझौता करके उनसे मूर्खता हो गई थी। अब यह गलती कभी नहीं दोहराएंगे। अब भविष्य में कभी भी बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे। इधर, बीजेपी नेता सुशील मोदी ने पलटवार करते हुए उनका 2014 का बयान याद दिलाया, जिसमें उन्होंने कहा था कि मिट्टी में मिल जाऊंगा, लेकिन बीजेपी के साथ नहीं जाऊंगा।

सीएम ने बताया- इन दिनों क्यों खुश हैं वो
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने भाषण में कहा कि उन्हें अब एहसास हो गया कि बीजेपी वाले किस तरह से उनकी पार्टी को तोड़ने को तैयार थे। CM ने अपने राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद के लोगों के बीच में कहा बीजेपी का कोई मतलब नहीं है और यह जान लीजिए कि जब तक हमारी पार्टी रहेगी, अब उनके साथ कोई समझौता नहीं करेंगे। उनके साथ जाने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह भी बताया कि आजकल वह इसलिए भी खुश रहते हैं क्योंकि बीजेपी से उनका पीछा छूटा। उन्होंने बताया कि नए गठबंधन से यदि हमारे कार्यकर्ता खुश हैं तो वह भी खुश हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि काम राज्य सरकार करें और प्रचार सिर्फ केंद्र सरकार का हो यह बर्दाश्त नहीं है। चलिए, अब इन लोगों से मुक्ति मिल गई।

नीतीश कुमार पाला बदलने में माहिर- सुशील मोदी
सीएम के बयान का जवाब देते हुए बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने सीएम का 8 साल पुराने बयान कि याद दिलाई। जिसमें उन्होंने भविष्य में भाजपा के साथ नहीं जाने की बात कही थी। सुशील मोदी ने कहा पाला बदलने में नीतीश कुमार को कोई मात नहीं दे सकता है।

2014 में भी साथ नहीं जाने की कही थी बात
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस तरह की बात पहली बार नहीं कहा है। पिछली दफा जब 2013 में नीतीश कुमार ने बीजेपी से नाता तोड़ा था तो बिहार विधानसभा में 19 फरवरी 2014 को बीजेपी को संबोधित करते हुए कहा था कि अब मिट्टी में मिल जाएंगे, मेरा अस्तित्व रहेगा या नहीं रहेगा, कभी भी बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे।

उन्होंने कहा था कि अब इसके बाद लौट कर BJP पास आने का सवाल ही नहीं पैदा होता। उन्होंने कहा था कि रहे या मिट्टी में मिल जाएं, आप लोगों के साथ समझौता कभी नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कहा असंभव, यह मुमकिन ही नहीं है, नामुमकिन है। वह चैप्टर खत्म हो चुका है। भरोसे को आप लोगों ने तोड़ा है। यह बात मुख्यमंत्री ने तब कही थी जब नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री नहीं बने थे सिर्फ बीजेपी ने उन्हें प्रधानमंत्री का उम्मीदवार बनाया था।


