पटना. मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश के बाद जदयू को एक और बड़ा झटका लगा है. केंद्र शासित प्रदेश दमन दीव में जदयू की पूरी पार्टी ही बीजेपी में शामिल हो गई. जदयू के नेताओं के बीजेपी में शामिल होने पर भाजपा की ओर से कहा गया कि नीतीश कुमार ने बीजेपी का साथ छोड़कर भ्रष्टाचारी परिवारवादी और बाहुबलियों का साथ दिया है जिसके कारण दमन दीव की पूरी यूनिट बीजेपी में शामिल हो गई.

दमन दीव में जदयू को छोड़कर बीजेपी में शामिल होने वाले नेताओं में जदयू के 17 में से 15 जिला पंचायत सदस्य समेत पूरी पार्टी ही बीजेपी में शामिल हो गई. बीजेपी की तरफ से जारी आधिकारिक ट्वीट में कहा गया कि नीतीश कुमार द्वारा बिहार में विकास को गति देने वाली भाजपा का साथ छोड़कर बाहुबली, भ्रष्ट एवं परिवारवादी पार्टी का साथ देने के विरोध में दानह एवं दमन दीव के जेडीयू के 17 में से 15 जिला पंचायत सदस्य एवं प्रदेश जेडीयू की पूरी ईकाई आज भाजपा में शामिल हुई.

बीजेपी के ऑपरेशन जदयू से बिहार में सियासत तेज हो गई है. बिहार के सत्ताधारी दल यानी महागठबंधन के द्वारा इस मामले को लेकर बीजेपी पर हमला बोला गया. जदयू प्रवक्ता मनजीत सिंह ने कहा कि बीजेपी जेडीयू के खिलाफ साजिश करने में जुटी है लेकिन इससे जेडीयू को कोई असर नहीं पहुंचने वाला है. जेडीयू का लक्ष्य है पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिलाना. इस मामले में राजद प्रवक्ता ऋषि मिश्रा ने कहा कि अंग्रेजों और बीजेपी में बहुत ज्यादा फर्क नहीं है. अंग्रेज भी जोड़-तोड़ करते थे और बीजेपी की राजनीति भी जोड़ तोड़ की ही है.

जेडीयू नेताओं के BJP में शामिल होते ही विपक्ष का कहना है कि बीजेपी को अपनी पार्टी और पार्टी के नेताओं पर विश्वास नहीं है इसलिए दूसरे दल के नेताओं को बाहर से बुलाते हैं. दमन दीव में जदयू नेताओं के बीजेपी में शामिल होने पर बिहार में महागठबंधन भाजपा पर भले हमलावर हो लेकिन भाजपा नेता प्रेमरंजन पटेल का कहना है कि पूर्वोत्तर और दमन दीव में जदयू के विधायक और पार्टी के नेता बीजेपी में इसलिए शामिल हो रहे हैं कि उन्हें नीतीश कुमार के निर्णय पर ऐतराज है. वो लोग भ्रष्टाचारियों और परिवारवादी के साथ नीतीश कुमार के हुए नए समझौते से खुश नहीं है वे पहले भी एनडीए में थे अब भी एनडीए में हैं.



