मुजफ्फरपुर : मुजफ्फरपुर के मालीघाट में सरला श्रीवास सामाजिक सांस्कृतिक शोघ संस्थान की ओर से बुधवार को हिन्दी दिवस के अवसर पर संवाद का आयोजन किया गया।
इसकी अध्यक्षता संस्थान के संयोजक लोक कलाकार सुनील कुमार ने की। इस अवसर पर संयोजक ने बताया कि हिंदी भाषा को और समृद्ध बनाने के लिए भारत में प्रतिवर्ष 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है।
हिंदी को विश्व आर्थिक मंच की गणना के अनुसार विश्व ही दस शक्तिशाली भाषाओं में से एक माना गया है। हिंदी ना केवल महज भाषा है बल्कि यह संपूर्ण भारत को एकता व अखंडता के सूत्र में पिरोये हुए है।
पटना से आए मुख्य अतिथि डॉ.धर्मेंद्र ने कहा कि हिंदी हमारे जीवन का सूत्र है, इसे आचार विचार की भाषा भी कहा जाता है।युवा समाजसेवी अनिल कुमार ठाकुर ने बताया कि महात्मा गांधी ने कहा था कि ह्दय की कोई भाषा नहीं होती, ह्दय-ह्दय से बात करता है और हिंदी ह्दय की भाष है।
जिस देश को अपने भाषा पर गौरव का अनुभव नहीं है, वह कभी उन्नति नहीं कर सकता है। अमन चिल्ड्रेन स्कूल की प्राचार्या बबिता ठाकुर ने कहा कि हिंदी भारत के मान, सम्मान व स्वाभिमान की भाषा है।
सरला श्रीवास युवा मंडल की संरक्षक लोक गायिका अनिता कुमारी ने कहा कि हिंदी हैं हम कुछ और नहीं है के साथ ही हिंदी दिवस की शुभकामनाएं दी।
हिंदी दिवस के अवसर पर पर्यावरण के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कार्य करने वाले डॉ.धर्मेंद्र कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता विक्रम जयनारायण निषाद व विभा सिंह को अंगवस्त्र, स्मृति चिन्ह व आध्यात्मिक पुस्तक प्रदान कर सम्मानित किया गया।
इस मौके पर डॉ.एसएस बिहारी, उत्तम कुमार गुड्डू, चिरंजीवी साह, अनिल कुमार ठाकुर, कांता देवी, लोक गायिका अनिता कुमारी, भोला साह, विजय मिश्र, विभा सिंह, मुन्नी देवी, रीता चौधरी, कंचन देवी, मुस्कान, अदिति, शिवम मौजूद थे। धन्यवाद ज्ञापन सरला श्रीवास युवा मंडल की अध्यक्ष सुमन कुमारी ने दिया।
