पूर्णिया। जिले से एक बेहद ही श’र्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है, जिसमें सगा चाचा ही है’वान बन गया। रिश्ते को ता’र-ता’र करने हुए गत छह माह से चौदह साल की भतीजी को अपनी ह’वस का शिकार बनाता रहा। यह बात किसी से बताने पर जा’न मा’रने का ध’मकी भी आ’रोपित देता था। इससे भ’यभीत किशोरी उसकी सारी क’रतूतों को सहती रही। इसी बीच किशोरी ग’र्भवती हो गई। चार माह की ग’र्भवती किशोरी की त’बीयत बि’गड़ने पर उसे उ’पचार के लिए जब पूर्णिया लाया गया, तो चाचा की रिश्तों को कं’लकित कर देने वाली क’रतूत का उ’जागर हुआ।
यह घ’टना जिले के सरसी थाना क्षेत्र के एक गांव की है। किशोरी के ग’र्भवती होने की बात संज्ञान में आते ही पी’ड़िता की मां ने इसकी सूचना तत्काल पुलिस अधीक्षक को दी। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर मां के आ’वेदन पर इसकी ना’मजद प्रा’थमिकी महिला थाना में द’र्ज कर लिया गया है। एसपी ने आ’रोपित चाचा की शी’घ्र गि’रफ्तारी का नि’र्देश महिला था’नाध्यक्ष को दी है। आ’रोपित की गि’रफ्तारी के लिए पुलिस ने छा’पेमारी भी शुरु कर दी है।
इधर, बच्ची की स्थिति को देखते हुए इसकी सूचना चाइल्ड लाइन को दी गई। चाइल्ड लाइन के जिला समन्वयक मयूरेश गौरव व महिला सदस्यों की टीम ने बच्ची को संरक्षण में लिया। बाद में कोर्ट के निर्देशानुसार फिलहाल बच्ची को बालिका गृह में आवासित किया गया है।
पी’ड़ित की मां ने बताया कि उनकी माली हालत ठीक नही है। उनके पति बाहर में मजदूरी करते हैं। वे छह माह पर घर आते हैं और फिर दस-पंद्रह दिन रहने पर वापस चले जाते हैं। आ’रोपित उनका भैंसूर है। आंगन एक ही है।
छह माह से उनका भैंसूर उनकी नाबालिग पुत्री को ड’रा-ध’मकाकर उसके साथ अ’वैध सं’बंध बना रहा था। पिता के बाहर रहने व अभिभावक के तौर पर चाचा के यहां रहने के कारण उनकी बेटी उन्हें भी कुछ नहीं बता पा रही थी। गत आठ दिन से उनकी बेटी की त’बीयत खराब थी।
इस पर शनिवार को वह बेटी को लेकर पूर्णिया इलाज कराने आई। यहां आने पर चिकित्सक ने अल्ट्रासाउंड कराया तो बच्ची के ग’र्भवती होने की बात सामने आई। यहां पूछने पर बच्ची ने पूरे मामले की जानकारी दी। बच्ची इस क’दर द’हशतजदा थी कि वह यहां से घर जा’ने को तैयार नहीं थी। फिलहाल आ’गे की प्रक्रिया अब को’र्ट के दि’शा-नि’र्देश के आ’लोक में होगी।
