नई दिल्ली. School Education: बिहार सरकार छात्रों के बस्ते का बोझ कम करने के लिए स्कूलों में ‘नो-बैग डे’ नियम और सप्ताह में कम से कम एक बार अनिवार्य खेल का ‘पीरियड’ शुरू करने की तैयारी में है. शिक्षा विभाग इस बारे में अधिसूचना जल्द ही जारी कर सकता है. बता दें कि साप्ताहिक ‘नो-बैग डे’ में कार्य-आधारित व्यावहारिक कक्षाएं होंगी.

बता दें कि यह नियम लागू होने के बाद, सप्ताह में कम से कम एक बार, छात्र अपने टिफिन बॉक्स के साथ ही स्कूल आएंगे. उस दिन उन्हें किताबें ले जाने की जरूरत नहीं होगी. यह दिन व्यावहारिक और अनुभवात्मक चीजें सीखने के लिए समर्पित होगा. इस तरह की नीति का उद्देश्य छात्रों को विभिन्न गतिविधियों में शामिल करना है, जो उनके सीखने पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है.

बच्चों को मिलेगा लाभ
स्टूडेंट के सीखने की क्षमता में भी सुधार होगा.
क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेलों में शामिल होने के उद्देश्य से विद्यालयों में अनिवार्य खेल पीरियड शुरू किया जाएगा.
इसे सरकारी और निजी दोनों विद्यालयों में लागू किया जाएगा.

राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेलों में रहा है अच्छा प्रदर्शन
राज्य के कला, संस्कृति और युवा मंत्री जितेंद्र कुमार राय ने सप्ताह में कम से कम एक बार खेल का पीरियड शुरू करने पर कहा, ‘‘हमारा विभाग इस संबंध में एक प्रस्ताव तैयार कर रहा है. मैं राज्य के शिक्षा मंत्री से मिलूंगा और उन्हें विस्तृत प्रस्ताव सौंपूंगा.’’ उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि राज्य के खिलाड़ियों ने हाल ही में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेलों में अच्छा प्रदर्शन किया है. उन्होंने कहा, ‘‘अगर स्कूलों में खेल का ‘पीरियड’ शुरू किया जाता है, तो हम बहुत शुरुआती स्तर पर प्रतिभाओं की पहचान कर पाएंगे. सरकार तदनुसार उन्हें राज्य, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों के लिए तैयार करेगी.’



