राजस्थान:हैंडीक्राफ्ट फैक्ट्री में बीती रात लगी भीषण आग में पूरा कैंपस जलकर राख हो गया। यहां रखे आइट्म्स को अमेरिका के साथ यूरोपियन देशों में भेजा जाना था। देर रात धधकी आग पर आठ घंटे बाद काबू पाया जा सका। आग से फैक्ट्री में करीब दो करोड़ रुपए का नुकसान हो गया। देर रात करीब डेढ़ बजे लगी आग से पूरे एरिया में दहश्त फैल गई।

घटना चूरू के इंडस्ट्रियल एरिया की है। पुलिस ने बताया कि रात करीब डेढ़ बजे गोल्डन एक्सपोर्ट हैंडीक्राफ्ट कंपनी में आग लगने की सूचना मिली थी। फायर ब्रिगेड की 7 गाड़ियों ने रातभर करीब 25 राउंड लगाए और आग पर काबू पाया। हालांकि, आग बुझने तक फैक्ट्री में ऑर्डर के लिए बनकर तैयार माल और मशीनें पूरी तरह जलकर खाक हो गई थीं।

हेड कॉन्स्टेबल सुरेंद्र सिंह ने बताया कि फैक्ट्री के मालिक बजरंग लाल जांगिड़ ने जानकारी दी है कि सोमवार रात को वह फैक्ट्री से अपने घर चले गए थे और फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूर भी खाना खाकर सो गए थे। पड़ोस की फैक्ट्री के मजदूर टीन शेड पर सो रहे थे।

रात करीब 2 बजे मजदूर मूलाराम ने धुआं उठता देखा तो फोन कर आग की सूचना दी। इस पर वह मौके पर पहुंचे। सूचना पर नगर परिषद की 2 दमकलें मौके पर पहुंची और आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन आग ने भीषण रूप ले लिया। आग के आसपास की फैक्ट्रियों तक फैलने की संभावना हो गई।सूचना मिलने पर कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुंची और सूचना देकर रतननगर, रतनगढ़, तारानगर और बिसाऊ से 5 फायर ब्रिगेड बुलाई। रातभर करीब 7 दमकलों ने आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन आग पर काबू नहीं पाया जा सका।

मालिक जांगिड़ ने बताया कि आग लगने के कारण फैक्ट्री में लगी वुड वर्किंग की मशीनें और एक्सपोर्ट करने के लिए बनकर तैयार माल जलकर राख हो गया, जिससे करीब 2 करोड़ रुपए का नुकसान हो गया है।उन्होंने बताया कि फैक्ट्री परिसर में बाहर खुले में रखे सामान पर दमकलों से छिड़का पानी लगा तो वह भी खराब हो गया। फैक्ट्री में लगी आग इतनी भीषण थी कि सुबह 10 बजे इस पर काबू पाया जा सका। उन्होंने बताया कि वह फैक्ट्री में सामान तैयार कर यूरोपीय और अमेरिकी देशों में भेजते हैं।

8 घंटे बाद आग पर पाया काबू
जिला उद्योग संघ के पूर्व जिला अध्यक्ष दौलत तंवर ने बताया कि इस हादसे के बाद पूरे क्षेत्र में दहश्त है। आग पर काबू पा लिया गया है, लेकिन अब भी पूरी फैक्ट्री से धुंआ उठ रहा है। वहीं, यहां रखा पूरा सामान राख में बदल गया है। करीब आठ घंटे तक पूरा कैंपस जलता रहा।



